बॉलीवुड दिवा रेखा के बारे में 9 रहस्मयी बातें जो आ...



बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा आज पूरे 61 साल ही हो चुकी हैं, लेकिन आज भी उनमें वो बात है जो शायद आज के ज़माने की किसी और हसीना में नहीं। बॉलीवुड की इस दिवा के बारे में ऐसी कई बातें हैं जो आप सभी जानते हैं, लेकिन उनके बारे में ऐसा कुछ बातें भी है जिससे आप कभी रू-ब-रू नहीं हुए। रेखा इतनी जानी मानी एक्ट्रेस हैं लेकिन दिलचस्प बात ये है की उनकी ज़िन्दगी का हर पहलु रहस्मयी रहा है। नज़र डालते हैं ऐसी ही कुछ 9 बातों पर।


१. रेखा बेहद गरीब घर से हैं और उन्हें एक्ट्रेस बनाने की कभी कोई ख्वाइश नहीं थी। लेकिन हालत ऐसे थे की 13 साल की उम्र से ही वो कैमरा फेस कर रहीं हैं।

२. रेखा ने अपने करियर की शुरुवात 1996 में तेलगू फिल्म ‘रगुला रत्नम’ से एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी।

३. बॉलीवुड में आने के पहले रेखा का रंग काफी डार्क था और उन्हें हिंदी बोलने भी नहीं आती थी। लेकिन वक़्त के साथ रेखा ने अपने आप में कई बदलाव लाए। उन्होंने डाइट और योगा से खुद को बदला। रेखा के डाइट को एक बुक ‘रेखाज माइंड बॉडी टेम्पल’ में कवर किया गया है।

४. रेखा को स्मार्ट और इंटेलीजेंट कहा जाता है लेकिन आपको बताना चाहेंगे की उन्होंने अपने लाईफ में कभी बुक या न्यूज़ पेपर नहीं पढ़ा। रेखा अखबारों में सिर्फ तस्वीरें देखना पसंद करती हैं।

५. अफवाहों की माने तो रेखा की तीन बार शादी हो चुकी है। रेखा ने उद्योगपति मुकेश अगरवाल से शादी की थी, लेकिन शादी के एक साल बाद ही उनके पति ने आत्महत्या करली। कहा जाता है रेखा ने एक्टर विनोद मेहरा और किरन कुमार से भी चुपके से शादी की थी।

६. रेखा का असली नाम भानुरेखा है, जिसे उन्होंने बाद में बदल कर सिर्फ रेखा कर दिया।

७. रेखा के पिता पहले से शादी शुदा थे और इसीलिए रेखा के माता पिता की शादी नहीं हुई थी। रेखा को उनके पिता का प्यार कभी नहीं मिला। और इस बात का दुःख रेखा के मन में हमेशा रहता है।

८. रेखा के सिन्धुर और करवाचौथ का राज़ आज तक कोई नहीं जान पाया। उनके पति मुकेश अगरवाल के मौत के बाद भी रेखा सिन्धुर लगाती हैं और करवा चौथ का व्रत भी रखती हैं।

९. रेखा हमेशा से उनके जग जाहिर प्रेमी अमिताभ बच्चन के बारे में खुल कर बातें करती थी। रेखा ने एक बार कहा था की जिस तरह अमिताभ बच्चन उन्हें गले लगते हैं वो उन्हें बहुत पसंद आता है।

Source - India TV 

E-commerce is Thriving in China Due to 'Retail Entertainment'

As consumers become increasingly sophisticated, so too have their demands for entertaining brand experiences

Nearly a decade after Alibaba launched 11.11 as an antidote to Valentine’s Day, the event has totally redefined both how consumers shop and brands sell. Driven through a blend of technology, retail, social, and key influencer involvement, the day undeniably demonstrates the might of China’s domestic market. E-commerce is no longer just about shopping. With a strong focus on content, it has become an interactive media and entertainment channel. As Joe Tsai, co-founder of the Alibaba Group, famously said, “Retail is entertainment”. This couldn’t be truer than in 2018.

Where and How Are Indian Women Migrating?

Global migration flows changed dramatically from the early 1980s, both in terms of direction and gender. In 2000, Asia witnessed 85 million female migrants compared to 90 million male migrants. 

Where and how are these women migrating?

The linked trajectories of migration, marriage, and trafficking are evident in the circular route map above, but these are not addressed in studies of migration which focus mostly on labour. The stereotype of female immobility after marriage adds to this. When thinking of the role of marriage in women’s stories of migration, there are some things to be taken into account. 



i) Marriage and economic factors are conjoined, so much so that one cause cannot be attributed for migration.

मयंक अग्रवाल ने अर्धशतकीय पारी के दौरान तोड़ा 71 साल पुराना रिकॉर्ड

मयंक अग्रवाल ने अर्धशतकीय पारी के दौरान तोड़ा 71 साल पुराना रिकॉर्ड

कर्नाटक के दाएं हाथ के बल्‍लेबाज मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने मेलबर्न टेस्‍ट ( Melbourne Test) में टीम इंडिया की प्‍लेइंग इलेवन में मिले स्‍थान का भरपूर फायदा उठाया. उन्‍होंने बॉक्सिंग डे टेस्‍ट (Boxing Day Test)के पहले दिन ऑस्‍ट्रेलिया (India vs Australia)के खिलाफ 76 रन की बेहतरीन पारी खेली. इस सीरीज के पहले दो टेस्‍ट के दौरान जहां मुरली विजय और केएल राहुल जैसे स्‍थापित ओपनर बल्‍लेबाज ऑस्‍ट्रेलियाई मैदानों पर संघर्ष करते हुए नजर आए थे, वहीं मयंक ने विपक्षी गेंदबाजों को बेहद आसानी से खेला. 27 साल के इस क्रिकेटर ने अपनी पारी के दौरान आठ चौके और एक छक्‍का लगाया. वे तेज गेंदबाज पैट कमिंस की गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन के हाथों कैच आउट हुए. मयंक अपने डेब्‍यू टेस्‍ट की पहली पारी में शतक तो नहीं बना सके लेकिन इस दौरान उन्‍होंने एक रिकॉर्ड अपने नाम किया. 76 रन की पारी खेलकर मयंक ऑस्‍ट्रेलियाई मैदान पर डेब्‍यू टेस्‍ट में सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्‍लेबाज बन गए हैं. पिछला रिकॉर्ड दत्तू फड़कर के नाम पर था जिन्‍होंने वर्ष 1947 में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए टेस्‍ट मैच में 51 रन बनाए थे.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) का रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. उन्‍होंने अब तक प्रथम श्रेणी के 46 मैच खेलकर 3599 रन बनाए थे. इस दौरान नाबाद 304 रन मयंक का सर्वोच्‍च स्‍कोर रहा है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आठ शतक बेंगलुरू के इस बल्‍लेबाज के नाम पर दर्ज हैं. मयंक लिस्‍ट ए के 75 मैच खेल चुके हैं, इन मैचों में भी उनका औसत बेहद प्रभावी है. लिस्‍ट ए के मैचों में उन्‍होंने 48.71 के औसत से 3606 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 14 अर्धशतक हैं. वे 111 टी20 मैच भी खेल चुके हैं.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)में मयंक दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू जैसी टीमों का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं. मयंक अग्रवाल का छवि आक्रामक अंदाज में बैटिंग करने वाले खिलाड़ी के रूप में है. उनके कोच इरफान सैत ने उन्‍हें टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग की तरह का बल्‍लेबाज बताया है.मयंक के कोच इरफान सैत ने मेलबर्न टेस्‍ट में डेब्‍यू करने वाले मयंक से शानदार पारी की उम्‍मीद जताई थी और इस बल्‍लेबाज ने अपने 'गुरु' को निराश नहीं किया. सैत के अनुसार, मयंक में वीरेन्द्र सहवाग के सभी अच्छे लक्षण हैं, बस वह सहवाग की तरह अपना विकेट नहीं गवांते. इरफान सैत ने कहा, ‘मयंक कभी भी लापरवाही भरा रवैया नहीं अपनाते. वह काफी गंभीर खिलाड़ी हैं.' कोच ने कहा कि मयंक में सलामी बल्लेबाज के सभी गुण हैं जिसमें वह गेंद को बल्ले पर आने देते है और कट तथा पुल शॉट कुशलता से खेलते हैं.मयंक ने रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र में एक तिहरा शतक लगाने के साथ तीन शतकीय पारियां खेली थी. इस दौरान उन्होंने 76.46 के औसत से 1003 रन बनाए थे.
Source - NDTV

Honor View 20 होगा अमेजन एक्सक्लूसिव स्मार्टफोन, रजिस्ट्रेशन शुरू

Honor View 20 होगा अमेजन एक्सक्लूसिव स्मार्टफोन, रजिस्ट्रेशन शुरू

Huawei के सब ब्रांड हॉनर ने बुधवार यानी 26 दिसंबर को चीनी मार्केट में Honor V20 स्मार्टफोन को लॉन्च किया था। लॉन्च के ठीक एक दिन बाद इसके ग्लोबल वेरिएंट यानी Honor View 20 को ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon India पर लिस्ट कर दिया गया है। कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात को कंफर्म कर दिया है कि हॉनर व्यू 20 के लिए अमेजन इंडिया रिटेल पार्ट्नर होगा।
Amazon पर Honor View 20 स्मार्टफोन के लिए एक अलग से पेज बनाया गया है। यहां coming soon के साथ इच्छुक ग्राहकों के लिए नोटिफाई मी का बटन दिया गया है। रजिस्टर करने के बाद जब भी फोन की प्री-बुकिंग शुरू होगी आपको नोटिफिकेशन प्राप्त होगा। भारत में Honor View 20 का दाम और उपलब्धता से संबंधित जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ग्लोबल मार्केट में हैंडसेट को अगले महीने उतारा जा सकता है। कंपनी पेरिस में 22 जनवरी को एक इवेंट भी आयोजित करने वाली है। बता दें कि चीन में हॉनर वी20 की बिक्री 28 दिसंबर यानी कल से शुरू होगी।



Honor View 20 की भारत में संभावित कीमत

चीनी मार्केट में हॉनर वी20 की कीमत 2,999 चीनी युआन (करीब 30,400 रुपये) से शुरू होती है। यह दाम 6 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट का है। इस फोन का 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट भी है। इसे चीनी मार्केट में 3,499 चीनी युआन (करीब 35,500 रुपये) में बेचा जाएगा। यह फोन चार्म ब्लू, रेड और मिडनाइट ब्लैक रंग में उपलब्ध होगा। Honor ने इस फोन का Moschcino Edition भी लॉन्च किया है। 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज के साथ आने वाले इस फोन का दाम 3,999 चीनी युआन (करीब 40,600 रुपये) है। डिवाइस लाल और ब्लू रंग में आएगा। उम्मीद है कि भारत में Honor View 20 की कीमत इसी के आसपास हो सकती है।
Honor View 20 के स्पेसिफिकेशन

Honor V20 का ही ग्लोबल वेरिएंट है हॉनर वी20, ऐसे में उम्मीद है कि दोनों के स्पेसिफिकेशन एक दूसरे से मिलते जुलते होंगे। डुअल-सिम Honor V20 उर्फ हॉनर व्यू 20 आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 9.0 पाई पर आधारित मैजिकयूआई 2.0.1 पर चलेगा। इसमें 6.4 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2310 पिक्सल) टीएफटी एलसीडी डिस्प्ले है, 19.5:9 आस्पेक्ट रेशियो के साथ। इसमें कंपनी के लेटेस्ट 7एनएम ऑक्टा-कोर हाइसिलिकॉन किरिन 980 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। रैम के दो विकल्प हैं- 6 जीबी और 8 जीबी। इनबिल्ट स्टोरेज के भी दो विकल्प हैं- 128 जीबी और 256 जीबी। फोन में माइक्रोएसडी कार्ड के लिए कोई सपोर्ट नहीं है।
कैमरा सेटअप की बात करें तो Honor V20 में 48 मेगापिक्सल का Sony IMX586 सेंसर है। यह प्राइमरी सेंसर एफ/1.8 अपर्चर, 960 फ्रेम प्रति सेकेंड स्लो मोशन वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट, ऑटोफोकस, एआई एचडीआर और एलईडी फ्लैश से लैस है। इसके साथ जुगलबंदी में 3D Time of Flight (ToF) सेंसर भी काम करेगा। इस पर इमेज का डेप्थ कैपचर करने की जिम्मेदारी है। फ्रंट पैनल पर एफ/2.0 अपर्चर वाला 25 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। यह फिक्स्ड फोकस सेंसर है। एआई फोटो, नाइट सीन, पोर्ट्रेट, फन एआर, टाइम-लैप्स फोटोग्राफी और स्लो-मोशन जैसे कैमरा फीचर इस फोन का हिस्सा हैं।
Honor V20 की बैटरी 4,000 एमएएच की है। यह फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। कंपनी ने पहले ही बताया था कि Honor V20 लिंक टर्बो टेक्नोलॉजी के साथ आता है। इस तकनीक की मदद से फोन अपने आप ही डेटा और वाई-फाई के बीच स्विच कर लेता है। ब्लूटूथ 5.0, वाई-फाई 802.11 ए/बी/जी/एन/एसी, जीपीएस/ ए-जीपीएस और यूएसबी टाइप-सी जैसे कनेक्टिविटी फीचर फोन का हिस्सा हैं। इस फोन में एक्सेलेरोमीटर, एंबियंट लाइट सेंसर, डिजिटल कंपास, जायरोस्कोप और प्रॉक्सिमिटी सेंसर भी दिए गए हैं।
Source - NDTV








RBI का बड़ा फैसला, नए साल में आएगा नया नोट

RBI का बड़ा फैसला, नए साल में आएगा नया नोट

हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कमान संभालने वाले गवर्नर शक्‍तिकांत दास के कार्यकाल में करंसी को लेकर पहला बड़ा फैसला हो सकता है. न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रिजर्व बैंक जल्‍द ही 20 रुपये के नए नोट लॉन्‍च करने की तैयारी में है. इस नए नोट में वर्तमान चलन के 20 रुपये के नोट से अलग फीचर होंगे. यानी नए साल में आपके हाथों में 20 रुपये के नए नोट होंगे. एजेंसी के मुताबिक केंद्रीय बैंक के एक डॉक्युमेंट में यह जानकारी दी गई है. नए नोट के जारी होने के साथ ही पुराने नोट भी चलन में बने रहेंगे.
बता दें कि 10, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नोट को पहले ही नए रंग-रूप में पेश किया जा चुका है. नवंबर, 2016 से नए लुक में नोट महात्मा गांधी (न्यू) सीरीज के तहत जारी किए जा रहे हैं. ये नोट पहले जारी नोटों की तुलना में अलग आकार और डिजाइन के हैं. RBI डाटा के मुताबिक, 31 मार्च 2016 तक 20 रुपये के नोटों की संख्या 4.92 अरब थी, जो मार्च 2018 तक 10 अरब हो गई. यह चलन में मौजूद कुल नोटों की संख्या का 9.8 फीसदी है.
शक्तिकांत दास का बड़ा फैसला संभव
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल में करंसी को लेकर यह पहला बड़ा फैसला हो सकता है. बता दें कि दास ने हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर पद को संभाला है. इससे पहले उर्जित पटेल गवर्नर थे और उन्‍होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था. हालांकि, उन्होंने इसके पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया.
Source - Aaj Tak

सुरक्षा में फेल, पतंजलि ने कैंसिल की किंभो ऐप की रिलॉन्चिंग

सुरक्षा में फेल, पतंजलि ने कैंसिल की किंभो ऐप की रिलॉन्चिंग

इस साल की शुरुआत में बाबा रामदेव के पतंजलि ब्रांड ने अपने नए सोशल मैसेजिंग ऐप किंभो के साथ टेक की दुनिया में कदम रखा था. अब दो बार असफल होने के बाद कंपनी ने फिलहाल इस ऐप को रिलॉन्च करने का इरादा छोड़ दिया है. ये जानकारी एक रिपोर्ट के हवाले से मिली है.
द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदिति कमल का साथ छोड़ने के बाद पतंजलि ने नोएडा बेस्ड ऐप मेकिंग फर्म सोशल रिवोल्यूशन मीडिया एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के साथ साझेदारी की थी. आपको बता दें पतंजलि द्वारा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म उतारने का आइडिया अदिति कमल का ही था.
मई और अगस्त में किंभो ऐप को दो बार लॉन्च किया गया. लेकिन दोनों ही लॉन्च असफल रहे, क्योंकि ये सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स को पसंद नहीं आए. इसके बाद कंपनी ने फिलहाल के लिए ऐप को फिर से लॉन्च करने का इरादा छोड़ दिया है.
पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण ने पब्लिकेशन से कहा कि हम टेक्निकल तरीके से परिपक्व और बेहद सिक्योर ऐप लॉन्च करना चाहते थे. हालांकि अभी हम किए गए काम से संतुष्ट नहीं हैं. हमने फिलहाल ऐप लॉन्च करने का आइडिया छोड़ दिया है क्योंकि हम आधा-अधूरा तैयार प्रोडक्ट बाजार में नहीं उतारना चाहते.
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में, हम नए प्रोजेक्ट्स के साथ काफी व्यस्त हैं और मुझे नहीं लगता है कि हमारे पास किम्भो में आगे लगाने के लिए समय और संसाधन हैं. फिलहाल हमने इस प्रोजेक्ट को साइड रख दिया है और इसकी दोबारा लॉन्चिंग के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है.
पतंजलि किंभो ऐप की ब्रांडिंग 'स्वदेशी चैट ऐप' के रूप में की गई थी. जो भारत में फेसबुक के स्वामित्व वाले वॉट्सऐप की जगह ले सके. इस ऐप को सबसे पहले 30 मई को लॉन्च किया गया था. हालांकि खराब सिक्योरिटी फीचर्स होने की वजह से इसे 24 घंटे के भीतर गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया था.
इसके बाद इस ऐप के ट्रायल वर्जन को 27 अगस्त के आधिकारिक लॉन्च से पहले एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के साथ 15 अगस्त को दोबारा लॉन्च किया गया. लेकिन जब ढेरों यूजर्स ने आ रही दिक्कतों को रिपोर्ट किया फिर ऑफिशियल लॉन्च से पहले ही इसे सुरक्षा कारणों के चलते गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया गया और लॉन्च टल गया.
Source - Aaj Tak

दिल्ली भी बनेगी झीलों का शहर, केजरीवाल सरकार ने तैयार किया प्लान

दिल्ली भी बनेगी झीलों का शहर, केजरीवाल सरकार ने तैयार किया प्लान

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घटते जलस्तर में सुधार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार ने 5 कृतिम झील तैयार करने का फैसला लिया है. दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक रोहिणी और निलोठी में दो बड़ी झीलों का निर्माण करने के प्रस्ताव पास किया है. जिसमें रोहिणी में 32 एकड़ जमीन पर कृत्रिम झील बनाई जाएगी, इसकी लागत 53.8 करोड़ रुपये आएगी. वहीं निलोठी में 25 एकड़ जमीन पर भी झील का निर्माण किया जाएगा, इसकी लागत 23.5 करोड़ रुपये होगी.
जल बोर्ड ने इससे पहले नजफगढ़ स्थित 23 एकड़ और द्वारका स्थित 7 एकड़ जमीन में कृत्रिम झील का निर्माण किया था. साथ ही जल्द ही तिमारपुर स्थित 45 एकड़ में झील का निर्माण किया जाना है. फिलहाल पांचों नए कृत्रिम झीलों को पिकनिक स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाएगा. इन कृत्रिम झीलों में क्षेत्र के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से साफ पानी को छोड़ा जाएगा. इसके अलावा यहां वर्षा जल का संचय किया जाएगा. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो कि दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, ने कृतिम झीलों के फैसले पर ट्वीट कर कहा कि अब दिल्ली भी जल्द झीलों का शहर कहलाएगी. इससे प्रदूषण भी कम होगा, जमीनी जलस्तर बढ़ेगा. केजरीवाल ने दावा किया है कि इन झीलों को टूरिस्ट प्लेस बनाया जाएगा.
इतनी होगी झीलों की क्षमता
निलोठी झील 40 मीलियन गैलन

रोहिणी झील 15 मीलियन गैलन

तिमारपुर झील 30 मीलियन गैलन

नजफगढ़ झील 38 मीलियन गैलन

द्वारका झील 12.5 मीलियन गैलन

दिल्ली में झील और जोहड़ (कच्चा तालाब) को वैज्ञानिक आधार पर विकसित किया जाएगा. दिल्ली जल बोर्ड आईआईटी दिल्ली, नीरी और वापकोस की मदद से आधुनिक तरीके से इनका निर्माण करेगा. जोहड़ और झील का निर्माण इस प्रकार से किया जाएगा कि एकत्रित किए जाने वाले पानी को जल्द से जल्द भू-जल स्तर तक पहुंचाया जा सके. यदि यह कोशिश सफल रहती है तो दिल्ली के जल स्तर को 15 से 20 फीसदी तब बढ़ाया जा सकता है.
Source - Aaj Tak 

मध्य प्रदेश में 15 साल बाद बना कोई मुस्लिम मंत्री, कमलनाथ कैबिनेट में मिली जगह

मध्य प्रदेश में 15 साल बाद बना कोई मुस्लिम मंत्री, कमलनाथ कैबिनेट में मिली जगह

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया और करीब 28 मंत्रियों को सरकार में शामिल किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. मंत्रियों में दो महिलाएं, एक मुस्लिम एवं एक निर्दलीय शामिल हैं. मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल बाद किसी मुस्लिम चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. 15 साल बाद मुस्लिम समुदाय को आरिफ अकील के रूप में मंत्रिमंडल में जगह मिली है. जिन दो महिला विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, वे विजयलक्ष्मी साधौ (महेश्वर विधानसभा सीट) एवं इमरती देवी (डबरा विधानसभा सीट) हैं, वहीं, कमलनाथ ने वारासिवनी के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भी अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है.
आरिफ अकील भोपाल नॉर्थ से विधायक हैं और 15 साल बाद राज्य के मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पहले मुस्लिम भी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलना को बना कर रखा है. मालवा-निमाड़ क्षेत्र से 9 विधायक, केंद्रीय मध्य प्रेदश क्षेत्र से 6 विधायक और ग्वालियर चंबर क्षेत्र से 5 और बुंदेलखंड इलाके से 3 विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
आरिफ अकील पहली बार 1990 में नॉर्थ भोपाल से चुनाव जीते थे. 1990 में निर्दलीय चुनाव लड़कर आरिफ ने कांग्रेस के ही हसनाथ सिद्दीकी को हराया था और विधायक बने थे. आरिफ का जन्म 14 जनवरी 1952 को उत्तर प्रदेश के कौशांबी में हुआ है.
बता दें कि राजभवन में आज विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, डॉ. गोविन्द सिंह, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेन्द्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल, लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविन्द सिंह राजपूत, इमरती देवी, ओमकार सिंह मरकाम, डॉ. प्रभु राम चौधरी, प्रियव्रत सिंह एवं सुखदेव पानसे ने मंत्री पद की शपथ ली. इनके अलावा, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, पी सी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन यादव, सुरेन्द्र सिंह बघेल एवं तरूण भनोत ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
सभी विधायकों ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली और सभी कैबिनेट मंत्री हैं. मंत्री बने जयवर्धन सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे हैं और वह मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए राघौगढ़ सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं.

कमलनाथ ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 6 दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले ली थी. मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं। उसने बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। उसे फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं. मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. मध्यप्रदेश विधानसभा का पांच दिवसीय सत्र 7 जनवरी से शुरू होगा.
Source - NDTV

2018 Was the Year of 5G Hype. The 5G Reality Is Yet to Come.

2018 Was the Year of 5G Hype. The 5G Reality Is Yet to Come.

When T-Mobile's chief executive went before Senate lawmakers this year to make the case for his company's merger with Sprint, he argued that the deal could help preserve US dominance in high-tech wireless networks for smartphones and other devices.
"We'll make sure America wins the global 5G race," John Legere vowed. "5G will unlock capabilities that will fuel job creation and innovation well beyond what we have seen so far."
T-Mobile isn't the only carrier touting the amazing new capabilities of 5G, or fifth-generation data networks. The entire industry has spent much of the year marketing a dazzling future to consumers, one in which the successor to 4G LTE enables entirely new technologies, such as self-driving cars and remote medicine.
But despite the hype, 5G is still a long way from becoming a reality for everyday Americans. As companies such as AT&T and Verizon trade barbs over which one technically arrived first to the technology, analysts say the first 5G-capable smartphones won't even arrive on the market until next year at the earliest. And with carriers largely switching on their 5G networks in select cities at first, it will take years for 5G to become as commonplace as 4G LTE is today.
"It's encouraging to see American cellular providers really jumping out in the forefront and deploying aggressively these advanced networks which could have some real advantages for consumers," said Glenn Derene, an editor at Consumer Reports. But Derene has little advice for shoppers who've asked him whether they should buy a 5G-capable phone. "When you look to the markets to see what a 5G phone is like, there aren't any. Certainly, Consumer Reports can't comment on how good these phones will be until we get them in our lab."
In recent months, wireless carriers have made significant advances toward deploying 5G, though those achievements come with important caveats.
In October, Verizon announced that it had activated 5G service for customers in four cities. The product is not meant for use outside the home; instead, it's being offered as a stand-in for residential Internet service. Still, it's a potentially transformative offering - households with only one wired Internet provider might soon have an additional choice. But it isn't "mobile data" in the way consumers tend to think of it.
This week, AT&T said it too had switched on its 5G service, announcing that it is the "first and only company in the US to offer a mobile 5G device over a commercial, standards-based mobile 5G network." The catch? Access is limited for now to a select group of businesses and consumers in a dozen cities, and it requires the use of a mobile hotspot.
For its part, Sprint says it plans to launch its mobile 5G service in the first half of next year. Until its merger with T-Mobile is approved and complete, executives have said, Sprint will continue to operate as though nothing has changed. The proposed deal this week received a blessing from national security officials, though it must also get approval from the Justice Department and the Federal Communications Commission.
As for when we'll see the first 5G-capable smartphone? Industry analysts say the consensus appears to be the first quarter of 2019.
Source - NDTV

वैष्णो देवी-भैरो मंदिर रोपवे सेवा शुरू, 100 रुपए में कर सकेंगे सफर

वैष्णो देवी-भैरो मंदिर रोपवे सेवा शुरू, 100 रुपए में कर सकेंगे सफर

वैष्णो देवी-भैरो घाटी रोपवे की सुविधा सोमवार से श्रद्धालुओं को मिलनी शुरू हो गई. रोपवे का काफी दिनों से इंतजार था क्योंकि कुछ श्रद्धालुओं को पहाड़ पर चढ़ने में दिक्कतें आ रही थीं. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राजभवन से ई-उद्घाटन के जरिये सोमवार दोपहर रोपवे का शुभारंभ किया.



इससे पहले रविवार दोपहर को रोपवे के ट्रायल लिए गए जिसमें करीब तीन हजार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने सेवा का निशुल्क लाभ उठाया. रोपवे की सेवा लेने के लिए यात्रियों को 100 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा.



ऐसा माना जाता है कि मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के बाद भैरो के दर्शन करने से ही वैष्णो देवी की यात्रा पूर्ण होती है. हालांकि, माता वैष्णो देवी का दर्शन करने के बाद कई यात्री थकावट के कारण भैरो मंदिर नहीं जा पाते. दोनों मंदिरों के बीच की दूरी भी 3.5 किमी की है. उसके साथ ही खड़ी चढ़ाई होने से सभी श्रद्धालु वहां नहीं पहुंच पाते. इसे देखते हुए रोपवे की शुरुआत की गई है. इसकी मांग लंबे दिनों से हो रही थी.



अब जब रोपवे सेवा शुरू हो गई है, बच्चे और बुजुर्ग आसानी से भैरो मंदिर जा सकेंगे और वहां पूजा अर्चना कर सकेंगे. रोपवे की सबसे अच्छी बात यह है कि 3.5 किमी का सफर अब मात्र 3 मिनट में पूरा होगा, जबकि पहले इतनी ही दूरी के लिए घंटों सफर करना पड़ता था.



प्रति घंटे जा सकेंगे 800 यात्री



श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) के सीईओ सिमरनदीप सिंह के मुताबिक रोपवे सेवा सोमवार से शुरू हो गई है. जम्मू कश्मीर के रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ी में गुफा मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए यह सेवा शुरू की गई है. रोपवे से जुड़े सामान और केबिन स्विट्जरलैंड से मंगाए गए हैं. रोपवे से प्रति घंटे 800 यात्री सफर कर सकेंगे. अब वैष्णो देवी के दर्शन के बाद श्रद्धालु आसानी से भैरो देव के भी दर्शन कर सकेंगे.



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अगले सात दिन में इन 3 बैंकों के विलय पर लगेगी मुहर!

अगले सात दिन में इन 3 बैंकों के विलय पर लगेगी मुहर!

बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय की योजना को इस महीने के आखिर तक अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है. अनिवार्य प्रक्रिया के तहत विलय योजना को संसद में प्रस्तुत किया जाएगा. संसद का मौजूदा सत्र आठ जनवरी तक चलेगा. सूत्रों के मुताबिक योजना पर काम चल रहा है और उसके बाद बैंकों के निदेशक मंडल उनकी समीक्षा करेंगे.
सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सहयोग के लिए पहले ही कोष उपलब्ध कराने की बात कह चुकी है. सरकार को उम्मीद है कि तीन बैंकों के विलय से अस्तित्व में आने वाला बैंक अगले वित्त वर्ष से काम करना शुरू कर देगा. विजया बैंक और देना बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में प्रस्तावित विलय के खिलाफ निजी क्षेत्र के बैंकों सहित विभिन्न बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारी 26 दिसंबर को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे.
बता दें, सरकार ने सितंबर में सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक और देना बैंक का रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) रूपरेखा के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय करने की घोषणा की थी, इससे देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक अस्तित्व में आएगा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने कहा कि यह विलय बैंक या बैंक ग्राहकों के हित में नहीं है, वास्तव में इससे दोनों को नुकसान होगा.
यूएफबीयू 9 बैंक यूनियनों का संगठन है, इसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन और नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स आदि यूनियनें शामिल हैं.
यूनियनों का दावा है कि सरकार विलय के जरिये बैंकों का आकार बढ़ाना चाहती है. लेकिन अगर सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भी मिलाकर एक कर दिया जाए तो भी विलय के बाद अस्तित्व में आई इकाई को दुनिया के शीर्ष दस बैंकों में स्थान नहीं मिलेगा. यूनियनों द्वारा 26 दिसंबर को रैली निकाली जाएगी और दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
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अलविदा 2018: इस साल दुनिया से रुखसत हो गईं दिग्गज हस्तियां

अलविदा 2018: इस साल दुनिया से रुखसत हो गईं दिग्गज हस्तियां

साल 2018 में कई दिग्गज हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कह दिया. इस साल हमने मनोरंजन जगत से लेकर साहित्य जगत तक कई शख्सियतों ने हमेशा के लिए खो दिया. इन हस्तियों ने अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम किया, जो हमेशा याद रखा जाएगा. वो भले ही आज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन लोगों के दिलों में वो हमेशा जिंदा रहेंगे. आइए जानते हैं उन हस्तियों के बारे में जो दुनिया रुखसत हो गए...
1. साहित्यकार चंद्रशेखर रथ का 9 फरवरी, 2018 को 89 वर्ष की आयु में निधन हुआ.
2. महिला फिल्म निर्माता प्रबाती घोष ने 84 साल की उम्र में 11 फरवरी, 2018 को अंतिम सांस ली.
3. बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी का 54 साल की उम्र में 26 फरवरी, 2018 को देहांत हुआ.
4. कांची कामकोटि पीठ के प्रमुख श्री श्री जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य का 28 फरवरी, 2018 को निधन हो गया.
5 साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित केदारनाथ सिंह ने 83 साल की उम्र में 19 मार्च 2018 को अंतिम सांस ली.
6. अभिनेत्री रीता भादुड़ी का 17 जुलाई को 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
7. हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक और कवि गोपाल दास का निधन 19 जुलाई 2018 को हो गया था.
8. तमिलनाडु और असम के पूर्व गवर्नर भीष्म नारायण सिंह का 1 अगस्त, 2018 को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
9. इंदिरा गांधी के पूर्व सचिव और नेता आर के धवन का 81 वर्ष की आयु में 06 अगस्त, 2018 को निधन हो गया.
10. डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने 94 साल की आयु में 7 अगस्त, 2018 को अंतिम सांस ली.
11. बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के निदेशक अंतत बजाज का 41 साल की आयु में 10 अगस्त 2018 को निधन हो गया.
12. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का 13 अगस्त, 2018 को निधन हो गया.
13. छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का 14 अगस्त, 2018 को निधन हो गया. वे 91 साल के थे.
14. भारतीय क्रिकेटर अजीत वाडेकर का 77 साल की आयु में 15 अगस्त 2018 को निधन हो गया.
15. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की आयु में 16 अगस्त, 2018 को निधन हो गया.
16. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव कोफी अन्नान का 80 साल की आयु में 18 अगस्त, 2018 को निधन हो गया.
17. जैन मुनि तरुण सागर का निधन 1 सितंबर 2018 को हो गया था.
18. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का 82 साल की उम्र में 27 अक्टूबर, 2018 को निधन हो गया.
19. केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का 12 नवंबर 2018 को निधन हो गया.
20. दिग्गज नेता सीएन बालकृष्णन का 10 दिसंबर, 2018 को निधन हो गया.
21. इतिहासकार मुशीरुल हसन का 10 दिसंबर 2018 को निधन हो गया.
22. फिल्म निर्देशक तुलसी रामसे का 14 दिसंबर को निधन हो गया.
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क्रिसमस के दिन हुआ था इन 5 हस्तियों का जन्म

क्रिसमस के दिन हुआ था इन 5 हस्तियों का जन्म

दुनियाभर में हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है. इस तारीख की सबसे बड़ी खासियत ईसा मसीह के जन्म की वजह से है. जीसस के अलावा भारत समेत दुनियाभर की कई सामजिक राजनीतिक हस्तियों का जन्म भी 25 दिसंबर की तारीख को ही हुआ था. आइए आपको बताते हैं इस तारीख पर जन्म लेने वाली कुछ चुनिंदा हस्तियों के बारे में...
1. अटल बिहारी वाजपेयी
25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी का भी जन्म इसी तारीख पर 1924 में हुआ था. उनका जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हुआ था. बताने की जरूरत नहीं कि वाजपेयी ने अपनी राजनीतिक कुशलता से बीजेपी को देश में शीर्ष राजनीतिक स्थान पर पहुंचाया था. उन्हें भारतीय राजनीति में स्थायी गठबंधन की राजनीति की शुरुआत करने के लिए भी जाना जाता है.
भले ही आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी पहचान एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार और लेखक के रूप में हमेशा रहेगी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा में पले-बढ़े अटल बिहारी को राजनीति में उदारवाद, समता और समानता के के समर्थक के तौर पर याद किया जाता है. बाजपेयी जी का निधन इसी साल 16 अगस्त को 93 साल की उम्र में हुआ था. आखिरी समय में बीमारी की वजह से वे सार्वजनिक जीवन से दूर चले गए थे.
2. मदन मोहन मालवीय
भारत के शिक्षाविद् मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को इलाहाबाद में हुआ था. उनका जीवन देश और शिक्षा को समर्पित था. साल 1884 में उन्होंने बीए की डिग्री हासिल की और उसी साल कुमारी देवी से मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) में शादी भी की. मालवीय जी अपने पिता की तरह कथावाचक बनना चाहते थे, लेकिन गरीबी के कारण उन्हें 1884 में सरकारी विद्यालय में शिक्षक की नौकरी करनी पड़ी.
वह पूरे भारत में अकेले ऐसे शख्स हैं जिन्हें 'महामना' की उपाधि दी गई है. राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र भाषा के समर्थक पंडित मदन मोहन मालवीय का निधन 12 नवंबर 1946 को बनारस में हुआ था. मालवीय जी को काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भी याद किया जाता है.
3. बाबा रामदेव
योगगुरु बाबा रामदेव का जन्म 25 दिसंबर 1965 में हुआ था. उनका जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था. दुनियाभर में योग और आयुर्वेद को एक अलग स्थान दिलाने में उनका काफी योगदान रहा है. 2003 से आस्था टीवी ने हर सुबह बाबा रामदेव का योग का कार्यक्रम दिखाना शुरू किया था, जिसके बाद बहुत से समर्थक उनसे जुड़े. बाद में उन्हें योग गुरु के नाम से जाना जाने लगा.
बाबा रामदेव ने पतंजलि की स्थापना की. इसे आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. स्वदेशी भावना के तहत पतंजलि कई चीजों के उत्पादन और विपणन के लिए जाना जाता है. बाबा रामदेव का स्थान इस वक्त देश की चर्चित हस्तियों में है.
4. नवाज शरीफ
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का जन्म भी 25 दिसंबर 1949 को हुआ था. उनका जन्म लाहौर में हुआ था. फिलहाल नवाज भ्रष्टाचार के एक मामले की वजह से जेल में हैं. नवाज, पाकिस्तान की राजनीति के शीर्ष लोगों में शामिल हैं. उनका परिवार पाकिस्तान का बड़ा औद्योगिक घराना भी है.
5. मोहम्मद अली जिन्ना
25 दिसंबर 1876 को मोहम्मद अली जिन्ना का भी जन्म हुआ था. मुसलमानों के लिए पाकिस्तान का निर्माण, जिन्ना का सपना था. वो इस सपने में कामयाब भी हुए. अंग्रेजों से आजादी के बाद भारत के दो टुकड़े हुए. जिन्ना के नेतृत्व में पाकिस्तान के नाम से एक अलग देश बना. हालांकि वो आजाद पाकिस्तान को कुछ ही महीनों तक देख पाए. 11 सितंबर, 1948 को जिन्ना का 72 साल की उम्र में निधन हो गया था. उनकी मौत टीबी से हुई थी. जिन्ना को पाकिस्तान में कायदे आजम के नाम से भी जाना जाता है.
Source - Aaj Tak












‘इन उपलब्धियों’ से यह साल भारतीय टेबल टेनिस का सर्वश्रेष्ठ साल बन गया

‘इन उपलब्धियों’ से यह साल भारतीय टेबल टेनिस का सर्वश्रेष्ठ साल बन गया

साल 2018 आगे बढ़ रहा है. इसी के साथ ही हम आपके लिए Flashback2018 के तहत लगातार भारत  या खिलाड़ियों की उपलब्धियों के बारे में आपको बताएंगे. इसी के तहत हम आपके लिए लेकर आए हैं कि टेबल टेनिस में यह साल भारत के लिए कैसा रहा.  इस साल भारतीय टेबल टेनिस ने वर्ष 2018 में विश्व में अपनी खास पहचान बनाई तथा जहां मनिका बत्रा ने राष्ट्रमंडल खेलों में अभूतपूर्व प्रदर्शन किया, तो वहीं एशियाई खेलों में भारत ने दो ऐतिहासिक पदक हासिल किए. भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी शरत कमल ने इस साल में टेबल टेनिस में भारतीय प्रदर्शन के बारे में कहा कि दो पदकों की तो बात छोड़िए, अगर साल के शुरू किसी ने कहा होता कि हम एशियाई खेलों में एक पदक भी जीतेगा, तो मैं उसे मजाक समझता. यह इस तरह का साल रहा. यह मेरे लिए और भारतीय टेबल टेनिस के लिए सर्वश्रेष्ठ वर्ष रहा.
शरत की अगुवाई वाली भारतीय पुरुष टीम ने जकार्ता एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता. उसने क्वार्टर फाइनल में जापान को हराया था. यही नहीं शरत और मनिका ने मिक्स्ड डबल्स में भी कांस्य पदक हासिल किया. एशियाई खेलों में टेबल टेनिस को 1958 में शामिल किया गया था और यह पहला अवसर था जबकि भारत इसमें पदक जीतने में सफल रहा.
इस खेल ने जहां लंबी छलांग लगायी वहीं भारत को मनिका के रूप में एक नई स्टार भी मिली. उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में महिला टीम और महिला एकल में स्वर्ण सहित कुल चार पदक जीते. मनिका ने महिला एकल में विश्व की तत्कालीन नंबर चार खिलाड़ी सिंगापुर फेंग तियानवी को दो बार हराया. बाद में उन्होंने युगल में रजत और मिश्रित युगल में कांस्य पदक भी अपनी झोली में डाला. अपने इस प्रदर्शन के कारण उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) का उदीयमान स्टार का पुरस्कार भी जीता. 




शरत और साथियान ने भी साल के आखिर में अपनी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की. शरत ताजा रैंकिंग में 30वें और साथियान 31वें स्थान पर हैं. भारतीय खिलाड़ी अगले साल ओलंपिक क्वालीफिकेशन को ध्यान में रखकर 14 से 16 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे. भारत का लक्ष्य अब ओलिंपिक  में पदक जीतकर इतिहास रचना होगा और खिलाड़ियों ने इसकी उम्मीदें जगा दी है.
Source - NDTV 

ऑस्ट्रेलियन ओपन में इस बार से लागू होगा नया टाई-ब्रेकर नियम



साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन टेनिस ओपन टूर्नामेंट में इस बार से 10 अंकों का टाई ब्रेकर नियम लागू होगा जो अंतिम सेट में स्कोर 6-6 से बराबर हो जाने पर उपयोग में लिया जाएगा. ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के आयोजकों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी. आयोजकों के हवाले से खबर आई है कि मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी प्रारूप में बदलाव करने के इस फैसले में शामिल हैं.

महिलाओं के लिए ICICI बैंक का तोहफा, लॉन्‍च किया खास अकाउंट


देश की महिलाओं के लिए ICICI बैंक ने एक खास सेविंग अकाउंट लॉन्‍च किया है. इस अकाउंट के जरिए महिलाएं कई तरह की सुविधाएं हासिल कर सकती हैं. 

बैंक ने इस अकाउंट का नाम ''एडवांटेज ओरा सेविंग अकाउंट '' रखा है. इसमें 5 तरह के खाते खोले जा सकते हैं. जिनमें रेगुलर, सिल्वर, गोल्ड, मैग्नम और टाइटेनियम शामिल हैं. ये सभी खाते महिला खाताधारक को बैंकिंग, लाइफस्‍टाइल और टैक्‍स से जुड़े कई तरह के लाभ देंगे.

HOW TO DO: VOTING ALERTS !! WAKE UP






Source - InformationCenter


समलैंगिकता को कानूनी मान्यता मिलने के बाद दिल्ली म...



सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में समलैंगिक संबंधों को कानूनी मान्यता दी. उसके बाद 25 नवंबर 2018 को दिल्ली में प्राइड परेड निकाली गई. यूं तो दिल्ली में प्राइड परेड का ये दसवां साल था. मगर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पहली परेड थी. बाराखंबा रोड से टॉलस्टॉय मार्ग तक रविवार दोपहर को 11वीं बार प्राइड परेड का आयोजन हुआ. पर ये पहली दफा था कि यहां लोग 377 ख़त्म करने की बात नहीं कह रहे थे. मुस्कुराहटों में विलीन चहरे पहली बार पूरी तरह अपने आप को आज़ाद महसूस कर पा रहे थे.




समानता की ओर बढ़ते कानून और कई साल के संघर्ष को मनाती इस परेड की तस्वीरें देखिए:









Source - OddNari

New PAN Card Rules To Come Into Effect From December 5. Details Here

The Income Tax Department has released a new set of rules for PAN (permanent account number) card applicants. The new PAN card rules, to come into effect from December 5, 2018, require financial entities which make transactions worth Rs. 2.5 lakh or more in a financial year to apply for a PAN card, the Central Board of Direct Taxes (CBDT). A person other than an individual, who enters into a financial transaction of an amount of Rs. 2.50 lakh or more in a financial year, also needs to apply for a PAN card on or before the May 31, 2019, said CBDT in a notification earlier this week.
The Income Tax Department also announced changes in the application form of a PAN card.
Here are five things to know about new PAN card rules:
1. In case a managing director, director, partner, trustee, author, founder, karta, chief executive officer, principal officer or office bearer (or any such person who does not have PAN), he/she will also be required to apply for PAN on or before May 31 of the following financial year, the notification said.
2  With the new rules, resident entities will have to obtain PAN card even if the total sales, turnover or gross receipts are not likely to exceed Rs. 5 lakh in a financial year, said Suraj Nangia, Partner, Nangia Advisors LLP. “This will help the income tax department track financial transactions, broaden its tax base and prevent tax evasion”.
3. The Income Tax Department also announced certain changes to the application form for PAN. It amended the income tax rules and said that quoting of father’s name in PAN application forms would not be mandatory in certain cases.
4. The amended rules provide that furnishing of father’s name will not be mandatory for a person whose mother is a single parent. The new rules will become applicable from December 5, said the CBDT notification.
5. PAN is an identification number assigned to income tax assessees in the country. It is required for financial transactions such as opening of a bank account and filing of income tax returns (ITR).
Source – NDTV

इस भारतीय खिलाड़ी ने रचा इतिहास, दुनिया में कोई नह...



भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टी-20 मैच सिडनी में हुआ। इस मैच में भारतीय युवा स्पिन गेंदबाज़ क्रुणाल पांड्या ने इतिहास रच दिया। इस मुकाबले में पांड्या ने चार विकेट लेकर एक ऐसा कमाल किया जो इससे पहले कोई भी खिलाड़ी नहीं कर सका था। क्रुणाल पांड्या का ये उनके टी-20 करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी रहा। पांड्या के इस प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित 20 ओवर में 164 रन ही बना सकी।

पांड्या ने रचा इतिहास


पांड्या ने इस मैच में अपने चार ओवर 36 रन देकर चार विकेट चटकाए। इसी के साथ वो ऑस्ट्रेलिया में टी-20 क्रिकेट में सबसे उम्दा प्रदर्शन करने वाले स्पिन गेंदबाज़ बन गए। इससे पहले कोई भी स्पिन गेंदबाज़ अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया में चार विकेट नहीं ले सका था। पांड्या की बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी बीच के ओवरों में फायदेमंद साबित हुई क्योंकि इससे पहले मेजबान टीम नौंवे ओवर तक बिना विकेट गंवाए 68 रन बना चुकी थी। पांड्या ने 36 रन देकर चार विकेट चटकाए। वह थोड़े खर्चीले भले ही साबित हुए हों, पर भारत ने उनकी बदौलत सही समय पर विकेट प्राप्त किए।

हैट्रिक से चूके पांड्या

ऑस्ट्रेलियाई पारी का 10वां ओवर फेंकने की जिम्मेदारी कोहली ने क्रुणाल पांड्या को दी। इस ओवर की पहली गेंद पर पांड्या ने 33 रन पर खेल रहे डार्सी शॉर्ट को LBW आउट कर दिया। इसके बाद अगली ही गेंद पर पांड्या ने मैक्डरमॉट को खाता तक खोलने का मौका नहीं दिया और उन्हें भी LBW आउट कर भारत को दो गेंदों में दो सफलता दिला दी। हालांकि उनके पास हैट्रिक लेने का शानदार मौका था, लेकिन अगली गेंद पर कैरी ने एक रन लेकर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। 

पांड्या का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 

पांड्या का ये छठा टी-20 मैच रहा इससे पहले खेले गए पांच टी-20 मैचों में उनके नाम सिर्फ दो ही विकेट थे। सिडनी में पांड्या का जादू ऐसा चला कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ उनकी फिरकी के जाल में फंसते चले गए। अब उनके नाम छह टी-20 मैचों में छह विकेट हो गए हैं।

पांड्या ने इन बल्लेबाज़ों का किया शिकार

पांड्या ने जिन चार बल्लेबाज़ों का शिकार किया उनमें 33 रन बनाने वाले डार्सी शॉर्ट, खाता तक न खोल पाने वाले मैक्डरमॉट, 13 रन बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल और फिर 27 रन बनाकर आउट होने वाले कैरी का विकेट शामिल रहा।

Source - Jagran 

26/11 के 10 साल: जानें- उस दिन मुंबई में कैसे चला ...



पहले पहल तो किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि यह हमला इतना बड़ा हो सकता है. लेकिन धीरे- धीरे मुंबई के और इलाकों से धमाकों और गोलीबारी की खबरें आने लगी थीं. आधी रात होते-होते मुंबई शहर की फिजाओं में आतंक का असर नज़र आने लगा था.

आज से 10 साल पहले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी. हमले में कई जवान भी शहीद हो गए थे. 26/11 की बरसी पर जानते हैं उस दिन मुंबई में क्या हुआ था.

बात 26 नवंबर 2008 की शाम मुंबई में गुलजार हो रही थी कि अचानक शहर के एक हिस्से में गोलियां चलने लगीं. आतंकियों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया था, जिसकी शुरुआत लियोपोल्ड कैफे और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) से हुई थी. 

मुंबई टर्मिनस पर मारे गए थे सबसे ज्यादा लोग: आतंक का तांडव मुंबई के सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर शुरु हुआ था. यहां मौजूद किसी यात्री को इस बात अंदाजा नहीं था कि स्टेशन पर आतंक का खूनी खेल होने वाला है. वहां बड़ी संख्या में यात्री मौजूद थे.

दो आतंकियों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग की थी और हैंड ग्रेनेड भी फेंके थे. जिसकी वजह से 58 बेगुनाह यात्री मौत की आगोश में समा गए थे. जबकि कई लोग गोली लगने और भगदड़ में गिर जाने की वजह से घायल हो गए थे. इस हमले को अजमल आमिर कसाब और इस्माइल खान नाम के आतंकियों ने अंजाम दिया था.

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के अलावा आतंकियों ने ताज होटल, होटल ओबेरॉय, लियोपोल्ड कैफ़े, कामा अस्पताल और दक्षिण मुंबई के कई स्थानों पर हमले शुरू कर दिए थे. आधी रात होते-होते मुंबई के कई इलाकों में हमले हो रहे थे. शहर में चार जगहों पर मुठभेड़ चल रही थी.

पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बल भी मैदान में डट गए थे. एक साथ इतनी जगहों पर हमले ने सबको चौंका दिया था. इसकी वजह से आतंकियों की संख्या का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था.

ताज होटल में चली थी सबसे लंबी मुठभेड़: 26 नवंबर की रात में ही आतंकियों ने अपना रुख पूरी तरह से ताज होटल की तरफ कर दिया था. यहां आतंकियों ने कई मेहमानों को बंधक बना लिया था, जिनमें सात विदेशी नागरिक भी शामिल थे. ताज होटल के हेरीटेज विंग में आग लगा दी गई थी.

27 नवंबर की सुबह एनएसजी के कमांडो आतंकवादियों का सामना करने पहुंच चुके थे. सबसे पहले होटल ओबेरॉय में बंधकों को मुक्त कराकर ऑपरेशन 28 नवंबर की दोपहर को खत्म हुआ था, और उसी दिन शाम तक नरीमन हाउस के आतंकवादी भी मारे गए थे. लेकिन होटल ताज के ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में 29 नवंबर की सुबह तक का वक्त लग गया था.

ताड़देव इलाके से पकड़ा गया था आतंकी कसाब
मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में खून की होली खेलने वाला आतंकी अजमल आमिर कसाब मुठभेड़ के बाद ताड़देव इलाके से जिंदा पकड़ा गया था. वह बुरी तरह घायल था. बाद में उसने पाकिस्तान की आतंकी साजिश की पोल खोलकर रख दी थी. उसी ने मार गए अपने साथियों के नामों का खुलासा किया था. बाद में कसाब पर मुकदमा चला और फिर उसे सजा-ए-मौत दी गई.

हमले में शामिल थे दस आतंकवादी: मुंबई हमले की रणनीति और आक्रमकता देखकर लग रहा था कि इस हमले में कई आतंकी शामिल हो सकते हैं. लेकिन हमला खत्म हो जाने और कसाब के पकड़े जाने के बाद साफ हो गया था कि इस काम को अंजाम देने के लिए दस आतंकवादियों को तैयार किया गया था.

उन्हें पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंक की ट्रेनिंग दी गई थी. उसके बाद वे आतंकी 26 नवंबर को एक बोट से समुंद्र के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे. पुलिस ने जली हुई बोट को भी बरामद कर लिया था.

आतंकियों ने अगवा की थी पुलिस वैन: मुंबई हमले में आतंकवादियों ने एक पुलिस वैन को अगवा कर लिया था. वे उस वैन में घूमते हुए सड़कों पर गोलियां बरसा रहे थे. इसी दौरान एक टीवी चैनल के केमरामैन के हाथ में आतंकियों की गोली लगी थी. बाद में आतंकी वैन लेकर कामा अस्पताल में घुस गए थे. वहीं मुठभेड़ के दौरान एटीएस के चीफ हेमंत करकरे, एसआई अशोक काम्टे और विजय सालस्कर शहीद हो गए थे.

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आतंकियों के इस हमले को नाकाम करने के लिए दो सौ एनएसजी कमांडो और सेना के पचास कमांडो को मुंबई भेजा गया था. इसके अलावा सेना की पांच टुकड़ियों को भी वहां तैनात किया गया था. हमले के दौरान नौसेना को भी अलर्ट पर रखा गया था.

हमले में शहीद हुए थे पुलिस और एनएसजी के 11 जवान: मुंबई के आतंकी हमले को नाकाम करने के अभियान में मुंबई पुलिस, एटीएस और एनएसजी के 11 लोग वीरगति को प्राप्त हो गए थे. इनमें एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे, एसीपी अशोक कामटे, एसीपी सदानंद दाते, एनएसजी के कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट एसआई विजय सालस्कर, इंसपेक्टर सुशांत शिंदे, एसआई प्रकाश मोरे, एसआई दुदगुड़े, एएसआई नानासाहब भोंसले, एएसआई तुकाराम ओंबले, कांस्टेबल विजय खांडेकर, जयवंत पाटिल, योगेश पाटिल, अंबादोस पवार और एम.सी. चौधरी शामिल थे. इसके अलावा इस हमले में 137 लोगों की मौत हो गई थी जबकि लगभग 300 लोग घायल हो गए थे.



Source - Aaj Tak 

इतिहास रचकर भावुक हुईं मेरीकॉम, देश को समर्पित किय...



भारतीय सुपरस्टार एमसी मेरीकॉम (48 किग्रा) ने अपने अनुभव के बूते शनिवार को केडी जाधव हॉल में दसवीं महिला विश्व मुक्केबाजीचैम्पियनशिप के फाइनल में यूक्रेन की युवा हन्ना ओखोटा को 5-0 से पस्त कर रिकॉर्ड छठा स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला.
‘मैग्नीफिशेंट मेरी’ ने इस तरह क्यूबा के महान पुरुष मुक्केबाज फेलिक्स सेवॉन की बराबरी कर ली, जो विश्व चैम्पियनशिप में छह खिताब जीत चुके हैं. इससे पहले वह आयरलैंड की केटी टेलर के साथ बराबरी पर थीं, जो पांच बार विश्व चैम्पियन रह चुकी हैं.


मेरीकॉम ने खचाखच भरे स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने दूसरा स्वर्ण पदक हासिल किया. यह उनका विश्व चैम्पियनशिप में सातवां पदक है, इससे पहले वह पांच स्वर्ण और एक रजत जीत चुकी थीं.

मुकाबला जीतने के बाद मेरीकॉम काफी भावुक हो गईं और खुशी की वजह से उनके आंसू थम नहीं रहे थे. उन्होंने इस पदक को देश को समर्पित किया. लंदन ओलंपिक की कांस्य पदकधारी मेरीकॉम को निश्चित रूप से अपार अनुभव का फायदा मिला. उन्होंने कोच की रणनीति के अनुसार खेलते हुए लाइट फ्लाईवेट फाइनल में अपने से 13 साल छोटी हन्ना को मात दी, जो युवा यूरोपीय चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं.

मेरीकॉम ने हाल में सितंबर में पोलैंड में हुई सिलेसियान मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में यूक्रेन की इस मुक्केबाज को हराकर फाइनल में प्रवेश कर स्वर्ण पदक हासिल किया था. मणिपुर की इस मुक्केबाज ने अपने सटीक और ताकतवर मुक्कों की बदौलत पांचों जज से 30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 30-27 अंक हासिल किए.

स्टेडियम में बैठा हर व्यक्ति इस दौरान 35 साल की मेरीकॉम का उत्साह बढ़ा रहा था. मुकाबले के पहले राउंड में मेरीकॉम ने दाएं हाथ से सीधा तेज पंच लगाकर शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने विपक्षी खिलाड़ी को जरा भी मौका नहीं दिया और बीच-बीच में तेजी से मुक्के जड़ते हुए पांचों जज से पूरे अंक हासिल किए.

इस दौरान दोनों एक-दूसरे के ऊपर गिर भी गई थीं. दूसरे राउंड में कोच की सलाह के बाद हन्ना ने आक्रामक होने की पूरी कोशिश की, पर पांच बार की विश्व चैम्पियन के सामने उनकी एक नहीं चली. हालांकि इसमें यूक्रेन की मुक्केबाज ने दाएं हाथ से लगाए गए शानदार मुक्कों से कुछ बेहतरीन अंक जुटाए, लेकिन वह मेरीकॉम से आगे नहीं निकल सकीं.

मेरीकॉम ने अपनी चिर परिचित शैली में खेलते हुए जानदार पंच से विपक्षी का हौसला पस्त करना जारी रखा. जो तीसरे राउंड में भी जारी रहा. इसमें भी भारतीय मुक्केबाज का जलवा कायम रहा, उन्होंने दबदबा जारी रखते हुए तेजी से कई पंच विपक्षी मुक्केबाज के मुंह पर जमा दिए. ऐसा दिख रहा था कि विपक्षी मुक्केबाज उनके सामने निरुत्तर थी.

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This Natural Sugar Supplement Could Help Fight Can...



Mannose a nutritional supplement found naturally in fruits such as cranberries can aid in slowing the growth of tumours and improve cancer treatment, a study has shown. The findings showed that mannose enhanced the effects of chemotherapy in mice with multiple types of cancer including leukaemia, osteosarcoma, ovarian and bowel cancer. It slowed tumour growth, reduced the size of tumours and even helped increase the lifespan of some mice. Tumours use more glucose than normal, healthy tissues. However, it is very hard to control the amount of glucose in your body through diet alone. Researchers found that mannose can interfere with glucose to reduce how much sugar cancer cells can use.

"Tumours need a lot of glucose to grow, so limiting the amount they can use should slow cancer progression. The problem is that normal tissues need glucose as well, so we can't completely remove it from the body.

"In our study, we found a dosage of mannose that could block enough glucose to slow tumour growth in mice, but not so much that normal tissues were affected," said lead author Kevin Ryan, Professor at the Cancer Research UK Beatson Institute.

latin and doxorubicin -- two of the most widely used chemotherapy drugs.

Some cells responded well to the treatment while others did not. It was also found that the presence of an enzyme that breaks down mannose in cells was a good indicator of how effective treatment.
Some common causes of cancer are:
Excessive smoking and drinking
Obesity 
Physical inactivity
Gene mutation such as viruses, cancer-causing chemicals, inflammation and radiation
Have a look at some tips which can help prevent cancer:
Proper vaccines to prevent cancer is essential
Aim for a healthy and balanced diet
Protect yourself from the harmful radiation of the sun
Regular physical activity is a must to prevent cancer
Avoid excessive drinking and smoking
Try maintaining a healthy weight by eating healthy food and staying active
Avoid chewing tobacco
Regular medical checkups are must

Source - NDTV