Virgin Hyperloop One मुंबई से पुणे के बीच शुरू किए जानेके प्रोजेक्ट पर काम करेगी. सरकार की तरफ से कंपनी को इस प्रोजेक्ट के लिए हरी झंडी मिल चुकी है.
Hyperloop ट्यूब की एक सीरीज होती है जिसके अंदर पॉड्स होते हैं. यहां जीरो फ्रिक्शन और एयरलेस ट्रैवल संभव है. इसलिए ये आम ट्रेन या बुलेट ट्रेन के मुकाबले काफी तेज होती है.
Hyperloop One की टेस्टिंग लास वेगस में की जाती है. हालांकि कंपनी ने थ्योरेटिकल स्पीड तक अब तक नहीं पहुंच पाई है. क्योंकि कंपनी का कहना है कि इसके लिए ज्यादा ट्रैक की दरकार है.
Hyperloop One की मैक्स स्पीड 1,220 किलोमीटर प्रति घंटे की है. लेकिन अब तक इसका टेस्ट नहीं हो पाया है. टेस्टिंग के दौरान ये 370kmph की रफ्तार से मूव करता है.
Hyperloop One शुरू होने के बाद पुणे से मुंबई 35 मिनट में ट्रैवल किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट के लिए दुबई की एक कंपनी भारत में इन्वेस्ट कर रही है.
पहली बार Hyperloop का कॉन्सेप्ट Tesla और Space X के सीईओ एलोन मस्क ने पेश किया था. अब ब्रिटिश कंपनी Virgin इसे भारत में लाने के लिए तैयार है.
कंपनी का मानना है कि अगले साल यानी 2020 में Hyperloop One के Phase 1 की शुरुआत की जा सकती है. कंपनी ने अभी ये अनुमान लगाया है. Phase 1 में इसका इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड किया जाएग.
Virgin Hyperloop One इंडिया और मिडिल ईस्ट मैनेजिंग डायरेक्टर के मुताबिक कमर्शियल तौर पर लॉन्च होने के बाद Pune- Mumbai कॉरिडोर को एक बड़े इकॉनमिक में तब्दील किया जा सकेगा.
Virgin Hyperloop One के सीईओ Jay Walder ने कहा है, 'इतिहास बनाया जा रहा है. ये रेस दुनिया में पहले Hyperloop One ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम के लिए है और आज किया गया ऐलान भारत को इसमें आगे करता है. ये जनता तक Hyperloop पहुंचाने के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है.’
अगर ये प्रोजेक्ट सफल होता है तो भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा जहां Hyperloop पैसेंजर सिस्टम यूज किया जाएगा. अब तक दुनिया में कहीं भी इसका कमर्शियल लॉन्च नहीं किया गया है.
Source - Aaj Tak