सफर में खाएं घर की बनी चीज़ें (Homemade Travel Recipes You Must Try)


सफर में तबियत खराब न हो जाए, इसके लिए सफर में जाते समय घर का बना खाना ही ले जाएं. सफर में आप कौन-सी चीज़ें ले जा सकते हैं? आइए, हम आपको बताते हैं.

1) पूरी-परांठे बनाते समय पानी की जगह दूध का प्रयोग करके आटा गूंधें. ऐसा करने से परांठे अधिक दिन तक चलते हैं. इस आटे से आप हर तरह के परांठे, जैसे- नमकीन परांठे, कचोरी परांठा, बेसन के परांठे, नमकीन पुड़ी, सादी पुड़ी, थेपले दशमी, पुरनपोली आदि बना सकती हैं.

2) सब्ज़ियों को भी बिना पानी डाले पकाएं और तेल थोड़ा अधिक मात्रा में डालें. ताकि सब्ज़ियां ख़राब न हों. सफर के लिए आप आलू की सूखी सब्ज़ी, मसालेदार करेले, तली हुई भिंडी, चने की दाल की सब्ज़ी आदि बना सकती हैं. दूसरी सब्ज़ियों को भी हल्का-सा तलकर ही बनाएं. ऐसा करने से सब्ज़ी ज़्यादा समय तक चलेगी.

3) सफर में सूखी चटनियां जैसे- मूंगफली की चटनी, तिल की चटनी, नारियल की चटनी, सूरजमुखी के बीज़ों की चटनी, लहसुन की चटनी आदि साथ रखें. ये लंबे समय तक चलती हैं.

4) चटनियों की तरह ही आप अलग-अलग प्रकार के अचार, मुरब्बे आदि भी साथ रख सकते हैं.

5) सूखे नाश्ते में चिवड़ा, चकली, सेव, नमकपारे, तली हुई चनादल, नमकीन मूंगफली, भुने हुए चने, चिप्स, खाखरा, बिस्किट्स आदि साथ रख सकते हैं

6) मिठाइयों में बिना मावे की और बिना दूध की बनी मिठाइयां साथ रखें, जैसे- गुड़पट्टी, लड्डू, बर्फियां, सकरपारे, गुड़पापड़ी, गजक, तिलपट्टी, सोनपापड़ी आदि.

7) दही-चावल साथ ले जाना हो, तो चावल बनाकर उसमें दूध डालें और छौंक लगाकर एक चम्मच दही डालकर रख लें. जब आप खाएंगे तब तक दही जम जाएगा और दही-चावल खट्टे नहीं पड़ेंगे. पुलाव में गुट्टे का पुलाव बना सकते हैं या इमली के चावल भी सुबह से शाम तक अच्छे रहते हैं.

8) आजकल बाज़ार में इंस्टंट उपमा, इंस्टंट पोहा, कप नूडल्स जैसे इंस्टंट खाने की सामग्री मिलने लगी है, जिनमें उबलता पानी डालकर पैक कर दें तो बहुत अच्छा नाश्ता तैयार हो जाता है. आप इन्हें भी ट्राई कर सकते हैं.

9) इंस्टंट चाय या कॉफी के पैकेट्स भी बाज़ार में उपलब्ध हैं. इनमें उबलता पानी डालते ही अलग-अलग प्रकार की चाय तैयार हो जाती है. इसी तरह सूप के पैकेट भी मिलते हैं. शरबत के भी ड्राई पाउडर भी उपलब्ध हैं.

10) मुखवास के लिए सौंफ, लौंग, इलायची अवश्य साथ रखें, इनसे मुंह का स्वाद बना रहता है और पाचन भी अच्छा होता है.