क्या आपके घर में हैं ये हेल्दी इंडोर प्लांट्स? (Healthy Plants That Can Purify Your Indoor Air)



कितने फ़ायदेमंद हैं इंडोर प्लांट्स? 

  1. इंडोर प्लांट्स घर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे हमें ताज़ी हवा मिलती है और हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है. 
  2. एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्वे द्वारा की गई स्टडी में यह बात सामने आई है कि इंडोर प्लांट्स के कारण घर में मॉइश्‍चर का लेवल सामान्य से थोड़ा बेहतर रहता है, जिसके कारण घर में रहनेवालों को ड्राई स्किन, सर्दी-खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएं कम होती हैं. 

  3. इंडोर प्लांट्स हवा को शुद्ध करने का काम करते हैं. इस विषय पर नासा ने कई रिसर्च भी किए हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि इंडोर प्लांट्स हमारे लिए बहुत हेल्दी होते हैं. उनके मुताबिक़ शुद्ध हवा के लिए हर 100 स्न्वेयर फीट में एक इंडोर प्लांट रखना चाहिए. 
  4. कैंसस स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा की गई स्टडी में यह बात सामने आई है कि सर्जरीवाले मरीज़ों के कमरे में प्लांट रखने से उनके घाव जल्दी भरते हैं, इसलिए अगली बार किसी ऐसे मरीज़ को देखने जा रहे हैं, जिनकी सर्जरी हुई है, तो इंडोर प्लांट से बेहतर कोई गिफ्ट नहीं हो सकता. 
  5. इंडोर प्लांट्स हमारी कार्यक्षमता बढ़ाते हैं. नेचर या पेड़-पौधों के इर्द-गिर्द रहने से हमारी याद्दाश्त बेहतर होती है और फोकस बढ़ता है, जिससे हमारी काम करने की क्षमता बढ़ती है. मिशिगन यूनिवर्सिटी की स्टडी में पाया गया कि इंडोर प्लांट रखने से एकाग्रता 20% तक बढ़ जाती है. 
  6. इंडोर प्लांट्स सुकूनभरी नींद भी देते हैं. अगर आप भी रातभर करवटें बदलते हैं, तो अपने बेड के पास लैवेंडर और जैसमीन प्लांट्स रखें 
  7. इसके अलावा ये हमारी मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होते हैं. ये पॉज़िटिविटी का लेवल बढ़ाकर हमें रिलैक्स्ड और सिक्योर फील कराते हैं. 
तुलसी 

आयुर्वेद और नैचुरोपेथी दोनों में ही तुलसी को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इसके एसेंशियल ऑयल से कई बीमारियां दूर होती हैं. यह हमारी श्‍वसन प्रणाली के लिए बेहतरीन औषधि है. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स स्ट्रेस को कम करने के साथ-साथ डायबिटीज़ और हार्ट प्रॉब्लम्स में भी कारगर साबित होते हैं. आम बुख़ार से लेकर गंभीर बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन में तुलसी का पौधा बहुत फ़ायदेमंद साबित होता है.

इसमें मौजूद प्यूरिफाइंग, डिटॉक्सिफाइंग और क्लींज़िंग प्रॉपर्टीज़ के लिए यह हर्बल व कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता रहा है.

यह इम्यूनिटी बूस्टर है. तुलसी के पत्तों को उबालकर उसमें कालीमिर्च पाउडर मिलाकर पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

यह तरह-तरह के एलर्जीज़ और इंफेक्शन्स से लड़ता है.

यह स्किन डिसऑर्डर, खुजली और दाद का कारगर इलाज है.

फाइटो न्यूट्रिएंट्स, एसेंशियल ऑयल, विटामिन ए और सी के गुणों से भरपूर तुलसी के काढ़े से सर्दी-खांसी, बुख़ार, ख़राब गला, सीने में जकड़न, फ्लू आदि में राहत मिलती है.

यह बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है, इसलिए डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए काफ़ी लाभदायक सिद्ध होता है.

यह शरीर में मौजूद यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल में रखता है, जिससे किडनी स्टोन का ख़तरा नहीं रहता.
यह हेपेटाइटिस, मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू और ट्यूबरकुलोसिस में काफ़ी कारगर सिद्ध होता है. 

एलोवीरा 

न्यूट्रीएंट्स, एक्टिव एंज़ाइम्स, विटामिन्स, मिनरल्स और अमीनो एसिड के गुणों से भरपूर एलोवीरा न स़िर्फ स्किन प्रॉब्लम्स को दूर रखता है, बल्कि अपने आप में हेल्थ रेमेडी है. यह कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर करता है. 
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर एलोवीरा शरीर में मौजूद फ्री रैडिकल्स को दूर करता है, जिससे शारीरिक जलन से राहत मिलती है. 

गैस्ट्रो के इलाज में एलोवीरा का इस्तेमाल किया जाता है. हार्ट बर्न, सीने में दर्द, निगलने में परेशानी जैसे लक्षणों में राहत दिलाता है. 

एलोवीरा का जूस गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स के लिए ज़िम्मेदार पैथोजेन्स से हमारी सुरक्षा करता है. 

यह ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखता है, इसलिए डायबिटीज़ के मरीज़ इसे सप्लीमेंट के तौर पर लेते हैं. 

यह ओरल हेल्थ के लिए बेस्ट रेमेडी माना जाता है. इसमें मौजूद गुणों के कारण यह मसूड़ों को सॉफ्ट बनाता है और मुंह के छालों और घाव के लिए बेहतरीन औषधि है. 

एलोवीरा का जूस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत बनाता है. 

एलोवीरा में एंटी ट्यूमर और एंटी कैंसरस प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जिससे कैंसर का ख़तरा भी कम होता है. 

पाइल्स के इलाज में एलोवीरा काफ़ी कारगर साबित होता है. 

एजिंग के लक्षणों, सन बर्न और टैन को दूर करता है, स्ट्रेच मार्क्स को घटाकर त्वचा को मॉइश्‍चराइज़ करता है. 
डैंड्रफ को दूर कर, बालों के हेल्दी ग्रोथ में मदद करता है, जिससे स्काल्प का पीएच बैलेंस बना रहता है और बाल सॉफ्ट व सिल्की बने रहते हैं. 

पुदीना 

मैग्नीज़, विटामिन ए और सी के गुणों से भरपूर पुदीने को दुनिया की सबसे पुरानी औषधि माना गया है. 

इसमें मौजूद मेंथॉल की ख़ूबियों के कारण यह माइंड और बॉडी दोनों पर कूलिंग इफेक्ट देता है. 

पेटदर्द, मितली आदि में पुदीना बेस्ट रेमेडी है. आज भी पेटदर्द होने पर लोग पहले पुदीने की गोली खाते हैं. 

माइग्रेन, टेंशन या फिर स्टे्रस के कारण होनेवाले सिरदर्द से राहत दिलाता है. 

इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह की दुर्गंध को दूर कर दांतों व मसूड़ों की समस्याओं से निजात दिलाता है. 
यह एलर्जी और अस्थमा से राहत दिलाता है. 

मसल पेन से राहत दिलाने में पुदीना काफ़ी कारगर माना जाता है. 

यह एकाग्रता को बढ़ाकर याददाश्त को बढ़ाने में मदद करता है. 

लैवेंडर 

अपनी ख़ुशबू के लिए मशहूर लैवेंडर में कई औषधीय गुण भी हैं. यह एक माइल्ड एंटी डिप्रेसेंट होने के साथ-साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स से शरीर की सुरक्षा करता है
यह थकान और तनाव को दूर करने में मदद करता है. 

अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए यह काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होता है. इसकी चाय भी अनिद्रा की समस्या को दूर करने में मदद करती है. 

एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर लैवेंडर शारीरिक जलन को दूर करने के साथ-साथ मसल पेन से भी राहत दिलाता है.
 
स्किन प्रॉब्लम्स में भी लैवेंडर काफ़ी कारगर सिद्ध होता है. ड्राई स्किन को ट्रीट करने के साथ-साथ त्वचा संबंधी गंभीर समस्याएं, जैसे- सोरायसिस और एक्ज़िमा आदि में काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होता है. 

लैवेंडर एंटी सेप्टिक के गुणों से भरपूर है, तभी तो घाव पर लैवेंडर का पेस्ट लगाने से घाव न स़िर्फ जल्दी भरता है, बल्कि किसी तरह का इंफेक्शन भी नहीं होता. 

पीएमएस के लक्षणों में राहत दिलाता है. लैवेंडर को अरोमा थेरेपी के ज़रिए पीएमएस के दर्द व परेशानियों से निजात दिलाने में इस्तेमाल किया जाता है. 

करीपत्ता 

खाने के स्वाद को दुगुना करने के अलावा करीपत्ता में कई औषधीय गुण भी हैं, इसलिए आपके घर में भी करीपत्ता ज़रूर होना चाहिए. 

कार्बोहाइडेट्स, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन ए, बी, सी, ई के गुणों से भरपूर करीपत्ता हार्ट को बेहतर ढंग से काम करने और इंफेक्शन्स से लड़ने में मददगार साबित होता है. 

आयरन और फॉलिक एसिड से भरपूर करीपत्ता एनीमिया से बचाता है. 

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखकर यह डायबिटीज़ से लड़ने में मदद करता है. 

यह पाचनशक्ति को बेहतर बनाता है. 

स्टडी में पाया गया है कि यह बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाकर इसके नुक़सान से हमें बचाता है. 

इसमें मौजूद विटामिन ए आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है. 

अगर आपके बाल स़फेद हो रहे हैं, तो खाने में करीपत्ता शामिल करें. यह बालों को स़फेद होने से रोकता है. 

हवा को शुद्ध करनेवाले प्लांट्स

मनी प्लांट और पीस लीलीमनी प्लांट और पीस लीली: ये दोनों ही इंडोर प्लांट एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करते हैं. घर में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाकर घर में रहनेवालों को हेल्दी रखते हैं. हवा में मौजूद कार्बन डाईऑक्साइड को कम करके हवा को शुद्ध करते हैं.

स्पाइडर प्लांट: यह इंडोर प्लांट हवा में मौजूद ख़तरनाक केमिकल्स से हमें सुरक्षित रखता है. स्पाइडर प्लांट हवा में मौजूद कार्बन मोनॉक्साइड को सोख लेता है, जिससे घर में रहनेवाले लोगों पर इसका साइड इफेक्ट नहीं होता.

स्नेक प्लांट: इसे मदर-इन-लॉज़ टंग भी कहते हैं. ज़्यादातर लोग इसे अपने बाथरूम और बेडरूम में रखते हैं. यह हवा को शुद्ध करने के साथ ही ऑक्सीजन सप्लाई भी बढ़ाते हैं. रात को ये कार्बन डाई ऑक्साइड लेकर ऑक्सीजन देते हैं, इसलिए लोग इसे बेडरूम में भी रखते हैं.

गोल्डन फोटोज़: बाकी एयर क्लीनिंग इंडोर प्लांट्स की तरह यह भी हवा में मौजूद जहरीली गैसों, कार्बन मोनॉक्साइड, बेनजेन और फॉर्मलडिहाइड को सोखकर आपको शुद्ध हवा देता है. इसे आप गमले में या हैंगिंग पॉट में लगाकर खिड़की में रख सकते हैं.

Source - Meri Saheli