जब रात में चांद को देखते हैं तो वह आपको चमकता हुआ और बेहद खूबसूरत दिखाई देता है, लेकिन क्या ये सच है? क्या चांद वाकई में उतना खूबसूरत है जितना धरती से नजर आता है.
दरअसल ये सवाल हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ISRO ने चांद की एक तस्वीर शेयर की है जिसमें चांद चमकता हुआ बिल्कुल भी नहीं दिखाई दे रहा है. तस्वीर को देखकर तो यही लग रहा है कि जिस चांद को हम चमकता हुआ कहते हैं वो हकीकत नहीं है.
आपको बता दें, भारतीय स्पेस एजेंसी ने गुरुवार को चंद्रयान-2 स्पेसक्राफ्ट से चांद की खींची गई पहली तस्वीर जारी की. इस तस्वीर को चांद से 2,650 किमी की ऊंचाई पर 21 अगस्त को लिया गया.
इंडिया स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने ट्वीट में लिखा, "चंद्रयान 2 विक्रम लैंडर द्वारा चांद की सतह से 2,650 किलोमीटर की ऊंचाई से 21 अगस्त 2019 को खींची गई चांद की पहली तस्वीर देखें."
फोटो- ISRO
इसरो ने कहा, "इस तस्वीर में मेयर ओरिएंटल बेसिन और अपोलो क्रेटर की पहचान की जा सकती है.
क्या सच में चमकता है चांद
चांद यानी चंद्रमा पृथ्वी का इकलौता प्राकृतिक उपग्रह है.
आपको बता दें, चांद की अपनी कोई रोशनी नहीं है, इसका मतलब है की उसके पास स्वयं की ऊर्जा नहीं है जिससे वह चमक सके.
चांद पृथ्वी के चारों ओर उसी तरह चक्कर लगाता है जिस प्रकार से हमारी पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा लगाती है. जिसके कारण हम चंद्रमा को पूरी तरह से नहीं देख पाते और उसका कुछ हिस्सा ही हमें दिख पाता है.
क्यों रात में चमकता है चांद?
जब चांद रात में बादलों से निकलकर नीले आसमान में छा जाता है तो वह काफी खूबसूरत और चमकता हुआ दिखाई देता है. चूंकि चांद की अपनी कोई रोशनी है ऐसे में सवाल है चांद रात में इतना चमकता हुआ कैसे दिखाता है.
चांद पर कोई वातावरण नहीं है. ऐसे में सूर्य की किरणों का अच्छा प्रभाव है. जब रात होती है और चंद्रमा पर सूर्य की किरणें पड़ती है जिससे वह परावर्तित होकर पृथ्वी पर आती है, इसलिए हमें चांद चमकता हुआ दिखता है. चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह होने के कारण आधा ही दिखाई देता है. सूर्य की किरणें इस पर पड़ने के कारण यह हर रोज हमें छोटा और बड़ा दिखाई देता है.
जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आती है तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रग्रहण हो जाता है.
Source - Aaj Tak