Ladies Health - ब्रेस्ट में दर्द की पांच वजहें

ब्रेस्ट में दर्द होना एक आम दिक्कत है. क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? अव्वल तो सबके मन में कैंसर का ही ख़याल आता है. पर ब्रेस्ट में दर्द के लिए सिर्फ कैंसर ही ज़िम्मेदार नहीं होता. 

आमतौर पर ब्रेस्ट में दर्द की पांच वजहें होती हैं - स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं.

1. क्या आपको पीरियड्स होने वाले हैं?

पीरियड्स शुरू होने से एक हफ़्ता पहले, आपके शरीर में प्रोजेस्टरॉन नाम का हॉर्मोन काफ़ी ज़्यादा मात्रा में बनने लगता है. ये आपकी पीरियड साइकिल के 21वें दिन से लेकर 28वें तक होता है। इस हॉर्मोन की वजह से ब्रेस्ट में मौजूद ‘मिल्क डक्ट’ साइज़ में बढ़ जाते हैं, जिसकी वजह से दर्द होता है। पीरियड्स में सिर्फ़ क्रैम्प्स नहीं होते बल्कि ब्रेस्ट में भी दर्द होता है. खासतौर पर तब, जब आपके पीरियड्स होने वाले होते हैं. 
नोट - ‘मिल्क डक्ट’  एक पाइपनुमा चीज़ जो दूध निप्पल तक ले के आता है. 

2. कहीं आप प्रेगनेंट तो नहीं?

 ब्रेस्ट में दर्द की एक बड़ी वजह है 'प्रेग्नेंसी।  ये एक साइन है कि आप अपनी प्रेग्नेंसी के पहले ट्राईमेस्टर में यानी तिमाही हैं।  प्रोजेस्टे्रॉन,  हॉर्मोन  प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में भी शरीर में बनता है. इसकी वजह से ब्रेस्ट में दर्द होता है.

3. आपकी ब्रा  की गलत साइज़ हो सकती  है

ये एक बड़ी दिक्कत है, ज़्यादा औरतों को पता ही नहीं होता वो ग़लत साइज़ की ब्रा पहनती हैं. ग़लत साइज़ की ब्रा पहनने से भी ब्रेस्ट में दर्द होता है. या तो वो बहुत कसी होती है या सही सपोर्ट नहीं देती।  इसलिए अपनी ब्रा की फिटिंग सही  करवाइए.

4. आपको फाइब्रोएडिनोमा तो नहीं ?

ये बहुत आम कंडीशन है और इसका कैंसर से कोई लेना देना नहीं है. आधी से ज़्यादा औरतों को ज़िन्दगी में कभी न कभी ये दिक्कत होती है. आसान शब्दों में समझें तो ये और कुछ नहीं सिस्ट होता है, बस ब्रेस्ट में. ये किसी भी उम्र में हो सकता है, पर आमतौर पर यंग ऐज में होता।  ये उन औरतों में भी होता जिनको एंडोमेट्रियोसिस होता है. ये गर्भाशय में होने वाली एक बीमारी होती है.

5. आपके ब्रेस्ट में चोट तो नहीं लगी

कुछ तरह कि फिज़ीकल एक्टिविटी का असर जैसे खेल, जिम, या भारी सामान उठाना आपके ब्रेस्ट की मांसपेशियों पर असर डालता है. ब्रेस्ट टिश्यू के नीचे कुछ मासपेशियां होती है. अगर दर्द वहां महसूस हो रहा है तो ज़्यादा घबराने की ज़रुरत नहीं ।   दर्द अगर ज़्यादा समय तक रहता है तो किसी डॉक्टर को ज़रूर दिखाइए।