बॉलीवु़ड के पहले सुपरस्टार के एल सहगल को कौन नहीं जानता। यह फिल्म इंडस्ट्री के पहले ऐसे सिंगर और एक्टर हैं जिन्होंने महज 15 साल के फिल्मी सफर में ऐसी छाप छोड़ी जिसे लोग आज भी याद करते हैं। के एल सहगल की आज 114वीं बर्थ एनिवर्सरी है। इस मौके पर गूगल डूडल ने भी खास अंदाज में के एल सहगल को याद किया। तो चलिए उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातों पर नजर डालते हैं।
के एल सहगल का दौर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, किशोर कुमार , मुकेश, मुहम्मद रफी के स्टारडम के पहले के दौर है। यानी कि 1932 से 1947 तक का दौर बॉलीवुड के इस सुपरहीरो का था। के एल सहगल की शख्सियत ऐसी थी कि गायक किशोर और मुकेश भी उनसे प्रभावित थे और आदर्श मानते थे।
के एल सहगल को बचपन से ही संगीत से काफी लगाव था। सहगल की मां ने उन्हें प्रारंभिक शिक्षा सुफी पीर सलमान युसुफ से दिलवाई। के एल सहगल के पिता अमरचंद प्रताप सिंह के दरबार में काम किया करते थे। सहगल ने पहली बार 12 साल की उम्र में प्रताप सिहं के दरबार में ही गाया। 13 साल की उम्र में जब के एल सहगल की आवाज में थोड़ा बदलाव आने लगा तो वह काफी डर गए। यहां तक कि वह महीनों नहीं बोले। जिससे परेशान होकर परिवार वालों ने संत को दिखाया जिन्होंने सहगल को रियाज करने की सलाह दी।
अपने मुकाम पर पहुंचने के लिए के एल सहगल को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जब उन्हें कुछ समझ नहीं आया तो उन्होंने पंजाब में रेलवे में टाइम कीपर और सेल्समैन की नौकरी कर ली। लेकिन संगीत से खुद को दूर नहीं रख पाए। दोस्तों के बीच उनकी गायकी फेमस होने लगी। कहा जाता है कि जब वह दोस्तों के बीच गा रहे थे तो हिंदुस्तान रिकॉर्ड कंपनी में काम करने वाले एक शख्स ने उन्हें सुना और रिकॉर्डिंग करने के लिए उनसे कॉन्ट्रैक्ट साइन करा लिया।
इस तरह से उनके फिल्मी करियर की शुरुआत हुई। शुरुआती दौर में देव गांधार राग में 'झुलाना झुलाओं 'गाना काफी हिट हुआ। इसके बाद उन्होंने गायकी के साथ-साथ एक्टिंग में भी हाथ आजमाया। सुबह के सितारे, जिंदा लाश और मोहब्त के आंसू फिल्मों ने लोगों को काफी इंप्रेस किया। गानों की बात करें तो जब दिल ही टूट गया, तड़पत बीती दिन रैन, गमती ए मुस्तकिल जैसे गानों ने उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचा दिया।
के एल सहगल की एक्टिंग को फिल्म 'देवदास' में सराहा गया। इस फिल्म में उन्होंने ऐसे प्रेमी की भूमिका निभाई जिसने उन्हें लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचा दिया। सहगल की एक्टिंग और गायकी का कोई तोड़ नहीं था लेकिन शराब की लत की वजह से उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया।कहा जाता है कि रिकॉर्डिंग भी एक पैग पीने के बाद ही करते थे। महज 42 साल की उम्र में उनका 18 जनवरी 1947 को निधन हो गया।
Source - Amar Ujala