
टीम इंडिया के पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप टूर्नामेंट्स में सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं, बल्कि गेंदबाजी में भी अपनी धाक कायम की. युवराज एक मात्र ऐसे भारतीय स्पिनर हैं जिनके नाम वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में दो बार 4 या उससे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है.
हालांकि, इंग्लैंड में चल रहे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल के पास युवराज के इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका है. चहल पहले दो मैचों में अपनी गेंदबाजी से विरोधियों पर कहर ढा चुके हैं.
चहल ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड कप मैच में 4 विकेट लेकर विरोधी खेमे की कमर तोड़ दी थी और टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई. वर्ल्ड कप में अगर चहल एक बार और 4 विकेट ले लेते हैं. तो वो युवराज के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे.
चहल का वर्तमान फॉर्म जारी रहा तो वो युवराज के रिकॉर्ड को तोड़ भी सकते हैं. बता दें कि क्रिकेट से हाल में संन्यास की घोषणा करने वाले युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में दो बार 4 या उससे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है. उन्होंने एक बार 4 विकेट और एक बार 5 विकेट लिए थे.
टीम इंडिया ने दो अभ्यास मैच और दो अहम मुकाबले खेले हैं जिसमें से 3 में भारत को जीत मिली है. इन तीनों मैचों में स्पिनर गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने बेहतर गेंदबाजी की है. दूसरे अभ्यास मैच में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को हराया. इस मैच में चहल ने 3 विकेट लिए और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई.
इसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टीम इंडिया के पहले वर्ल्ड कप मुकाबले में भी चहल ने मैच जिताऊ गेंदबाजी की और 10 ओवर में 51 रन देकर 4 विकेट झटके. इस मैच में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 6 विकेट से हराया.
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के दूसरे मुकाबले में कोहली की सेना ने ऑस्ट्रेलिया पर 36 रनों से जीत दर्ज की थी. इस जीत में भी चहल ने अहम भूमिका निभाई. उन्होंने 2 विकेट झटके, लेकिन ये दोनों खिलाड़ी ऐसे थे जो कभी भी अपने दम पर मैच का रुख पलट सकते थे. उन्होंने पहले ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर को 56 रन पर चलता किया. इसके बाद उन्होंने 14 गेंद में 28 रन बनाकर खेल रहे ग्लेन मैक्सवेल को अपना दूसरा शिकार किया.
Source - Aaj Tak