एक से तीन दिन तकः मरीज को बुखार हो सकता है. उन्हें गले में हल्का दर्द का अनुभव हो सकता है या मुमकिन है कि बिल्कुल भी दर्द न हो. जिन लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उन्हें डायरिया या फिर नौज़िया का अनुभव हो सकता है, लेकिन उनका खानपान सामान्य रहेगा.
चौथे दिन– मरीज की आवाज़ बैठने लगेगी और उसे खाने-पीने में भी दिक्कत हो सकती है. इसे हल्का सिरदर्द या फिर डायरिया होगा और शरीर का तापमान भी बढ़ जाएगा.
पांचवे से छठवें दिन- पांचवे दिन इंफेक्शन बढ़ने लगेगा और मरीज़ को खाने या पीने में दर्द महसूस हो सकता है. घूमने-फिरने या शरीर के किसी भाग को हिलाने में दर्द महसूस होगा. बुखार अभी भी हल्का ही रहेगा. गले में दर्द के साथ सूखी खांसी होगी. बहुत थकान या गंभीर नौज़िया का अनुभव होगा. कभी-कभी मरीज़ का सांस लेने में तकलीफ हो सकती हो सकती है. जोड़ों का दर्द उंगलियों तक पहुंच जाएगा.
सातवे से नौवे दिन- कफ के साथ बहुत ज़्यादा खांसी आएगी. मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने लगेगी और छाती भारी हो जाएगा और बॉडी टेंप्रेचर बढ़ जाएगा. खांसी, सिरदर्द और जोड़ों का दर्द असहनीय हो जाएगा. इन लक्षणों की लिस्ट सिंगापुर हेल्थ मिनिस्ट्री ने जारी की है. WHO ने सभी को ज़रूरी सावधानी बरतने और लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी है. हल्के लक्षण दिखते ही बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाएं.
Source - Meri Saheli