- बाज़ार से रेडीमेड कोन लेने की बजाय ख़ुद घर में ही कोन तैयार किया जाए, तो अच्छा है. इसके लिए मेहंदी पाउडर को मलमल के बारीक़ कपड़े से कम से कम दो-तीन बार छान लें. ध्यान रहें, मेहंदी जितनी बारीक़ रहेगी, उतनी ही गहरी रचेगी.
- मेहंदी लगाने से तीन-चार घंटे पहले उसे अच्छी तरह से घोल लें. इस बात का ख़्याल रखें कि घोल में गांठ न पड़ने पाएं. किसी चौड़े बर्तन में ही मेहंदी को घोलें तो अच्छा है, ताकि मेहंदी अच्छी तरह से मिक्स हो सकें.
- मेहंदी का घोल बेहतरीन बनाने के लिए इसमें कत्था, चाय पत्ती व कॉफी पाउडर मिलाएं. इसके लिए मेहंदी में मिलाने के अनुसार पानी लें और उसमें आधा-आधा टीस्पून कॉफी पाउडर, चाय की पत्ती व कत्था मिलाकर उबाल लें. ठंडा होने पर इसे छानकर मेहंदी में डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें.
- अब इस मिश्रण को पॉलीथिन के बने कोन में भरकर ऊपर से सेलोटेप से बंद कर दें. फिर नोकदार प्वॉइंट पर छेद करके हल्के हाथों से दबाते हुए डिज़ाइन्स बनाएं.
- मेहंदी लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोकर साफ़ कर लें. ध्यान रहे, हाथ गीले भी न हों. हाथों को अच्छी तरह से पोंछकर सुखा लें.
- जब मेहंदी हल्का-सा सूखने लगे, तब शक्कर व नींबू के रस का घोल रुई की सहायता से हल्के हाथों से पूरी मेहंदी डिज़ाइन्स पर लगाएं. इससे रंग गहरा चढ़ता है.
- मेहंदी सूख जाने पर रंग को गहरा करने के लिए हाथों पर सरसों का तेल भी लगा सकते हैं.
- जितना हो सके उतने समय तक हाथों को गीला न होने दें. कम से कम 3-4 घंटे तो ज़रूर पानी में हाथ न लगाएं.
- यदि मेहंदी को रात के समय लगाए, तो अच्छा है, ताकि आप रातभर रख सकें.
- मेहंदी छुड़ाने के बाद 4-5 लौंग को आग में डालकर उसके धुएं से हथेलियों को सेंके. इससे मेहंदी का रंग गहरा होता है.
Source - Meri Saheli