आयकर रिटर्न (ITR) से संबंधित 50 प्रश्नोत्तर (FAQs) हिंदी में

हर साल आयकर रिटर्न यानी ITR फाइल करना न सिर्फ एक कानूनी ज़िम्मेदारी है, बल्कि ये आपकी फाइनेंशियल स्थिति का एक दस्तावेजी सबूत भी होता है।

लेकिन कई लोग आज भी ITR को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं—

कौन इसे फाइल कर सकता है?

कैसे करें?

कौन से डॉक्युमेंट्स लगते हैं? और अगर गलती हो जाए तो क्या करें?

तो चलिए जानते हैं ITR से जुड़े सबसे ज़रूरी सवालों के जवाब।

प्रश्न  आयकर रिटर्न यानी ITR क्या होता है?

उत्तर: ITR एक आधिकारिक दस्तावेज है जिसे हम इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को फाइल करते हैं। इसमें हमारी सालाना कमाई, खर्च, निवेश, टैक्स कटौती और टैक्स भुगतान की पूरी जानकारी होती है।

अगर आपने ज़रूरत से ज़्यादा टैक्स दे दिया है, तो रिफंड मिल सकता है और कम टैक्स दिया है, तो बाकी चुकाना पड़ता है।

प्रश्न  किन लोगों को ITR फाइल करना ज़रूरी है?

उत्तर:

·    जिनकी वार्षिक आय टैक्सेबल लिमिट से ज़्यादा हो।

·    जिनका TDS कट चुका है और वो रिफंड चाहते हैं।

·    ऐसे NRI जिनकी भारत में टैक्स योग्य आय हो।

·    जिनके पास विदेश में संपत्ति या आय हो।

·    कंपनियां, फर्म या बिज़नेस करने वाले सभी।

प्रश्न  – ITR फाइल करने के फायदे क्या हैं?

उत्तर:

·    लोन, वीज़ा और पासपोर्ट के लिए मददगार।

·    कटे हुए TDS का रिफंड मिल सकता है।

·    सरकारी योजनाओं में पात्रता बढ़ती है।

·    आयकर विभाग की नोटिस से बचाव होता है।

·    और आपकी फाइनेंशियल स्थिति पारदर्शी बनी रहती है।

 

प्रश्न  – ITR के प्रकार और उनके फॉर्म्स कौन-कौन से हैं और फॉर्म किसके लिए?

उत्तर: ITR-1      वेतनभोगी, एक मकान, ₹50 लाख तक की आय

ITR-2      एक से अधिक संपत्तियाँ, कैपिटल गेन

ITR-3      व्यापार या प्रोफेशन से आय

ITR-4      छोटे व्यापारी, अनुमानित आय योजना

ITR-5      विशेष रूप से करदाताओं के एक निश्चित वर्ग के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें फ़र्म, LLP (सीमित देयता भागीदारी), AOP (व्यक्तियों का संघ) और BOI (व्यक्तियों के निकाय) शामिल हैं। 

ITR-6      कंपनियाँ

ITR-7      NGO और ट्रस्ट

 प्रश्न  – ITR फाइल करने की अंतिम तिथि क्या है?

उत्तर:

·    वेतनभोगी या नॉन-ऑडिट केस:    31 जुलाई

·    ऑडिटेड बिज़नेस या फर्म:           31 अक्टूबर

·    संशोधित रिटर्न:                         31 दिसंबर

·    अपडेटेड रिटर्न:                          2 साल के भीतर

प्रश्न  क्या पैन कार्ड के बिना ITR फाइल हो सकता है?

उत्तर: नहीं, पैन कार्ड अनिवार्य है। साथ ही अब पैन को आधार से लिंक करना भी ज़रूरी हो गया है।

प्रश्न  आधार कार्ड ITR के लिए क्यों ज़रूरी है?

उत्तर:  ई-फाइलिंग में पहचान की पुष्टि और पैन से लिंक करने के लिए आधार नंबर की ज़रूरत होती है।

प्रश्न  फॉर्म 16 क्या होता है?

उत्तर: फॉर्म 16 एक दस्तावेज़ होता है जो आपका नियोक्ता जारी करता है। इसमें आपके वेतन और उस पर कटे हुए TDS की पूरी जानकारी होती है।

 प्रश्न  फॉर्म 26AS क्या है?

उत्तर: ये आपका टैक्स स्टेटमेंट होता है जिसमें सभी TDS, टैक्स भुगतान और रिफंड्स का पूरा रिकॉर्ड होता है। आप इसे इनकम टैक्स पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं।

प्रश्न  – AIS यानी Annual Information Statement क्या होता है?

उत्तर: AIS एक विस्तृत रिपोर्ट होती है जिसमें आपकी तमाम फाइनेंशियल एक्टिविटीज का विवरण होता है — जैसे FD का ब्याज, म्यूचुअल फंड, शेयरों की खरीद-बिक्री, क्रेडिट कार्ड का खर्च आदि।

प्रश्न: क्या बिना आय के भी ITR फाइल कर सकते हैं?
उत्तर: हां, आप चाहें तो फाइल कर सकते हैं।
यह भविष्य के लिए फाइनेंशियल रिकॉर्ड बनाने,
बैंक लोन या वीज़ा के लिए प्रूफ के रूप में काम आता है।

प्रश्न: ITR फाइलिंग का तरीका क्या है?
उत्तर:

·     incometax.gov.in पर लॉगिन करें।

·    संबंधित ITR फॉर्म चुनें।

·    जरूरी डिटेल भरें।

·    आवश्यक डॉक्यूमेंट अपलोड करें (यदि लागू हो)।

·    अंत में ई-वेरिफाई करें।

प्रश्न: ई-वेरिफिकेशन क्या होता है और कैसे किया जाता है?
उत्तर: ई-वेरिफिकेशन यानी रिटर्न को डिजिटल सत्यापन देना।
इसके तरीके:

·    आधार ओटीपी

·    नेट बैंकिंग

·    प्री-वैलिडेटेड बैंक अकाउंट

·    डिमैट अकाउंट

प्रश्न: क्या ITR फाइल करने के बाद संशोधन किया जा सकता है?
उत्तर: हां, आप 31 दिसंबर तक संशोधित रिटर्न फाइल कर सकते हैं,
अगर पहले वाली फाइलिंग में कोई गलती रह गई हो।

प्रश्न: रिफंड क्या है और कब मिलता है?
उत्तर: अगर आपने ज़रूरत से ज़्यादा टैक्स दे दिया है, तो सरकार वह राशि रिफंड करती है। यह आम तौर पर 7 से 45 दिन में बैंक खाते में आ जाती है।

प्रश्न: क्या ITR फाइल करना अनिवार्य है अगर आय टैक्स सीमा से कम है?
उत्तर: नहीं, अनिवार्य नहीं है। लेकिन फ्यूचर फायदे, बैंकिंग और रिकॉर्ड के लिए फाइल करना लाभकारी होता है।

प्रश्न: क्या ITR मोबाइल से फाइल किया जा सकता है?
उत्तर: बिलकुल, आयकर विभाग के मोबाइल ऐप या मोबाइल ब्राउज़र से पोर्टल पर जाकर भी ITR फाइल किया जा सकता है।

प्रश्न: ITR फाइल करने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
उत्तर: पैन कार्ड, आधार कार्ड, फॉर्म 16, बैंक स्टेटमेंट, निवेश प्रमाणपत्र

टी-डी-एस प्रमाणपत्र

प्रश्न: क्या छात्रों को भी ITR फाइल करना चाहिए?
उत्तर: अगर छात्र को स्कॉलरशिप छोड़कर अन्य स्रोतों से टैक्स योग्य आय है, तो हां। वरना जरूरी नहीं।

प्रश्न: क्या गृहिणी ITR फाइल कर सकती हैं?
उत्तर: हां, यदि उनकी अपनी आय ₹2.5 लाख से ज़्यादा है,
या वे भविष्य के लिए फाइनेंशियल रिकॉर्ड रखना चाहती हैं, तो ज़रूर करें।

प्रश्न: ITR न भरने पर क्या दंड है?
उत्तर:

·    ₹1000 से ₹5000 तक का जुर्माना और ब्याज

·    रिफंड नहीं मिलेगा

·    और संभावित नोटिस आ सकता है

प्रश्न: क्या पुराने वर्षों का ITR अब फाइल किया जा सकता है?
उत्तर: हां, आप अपडेटेड रिटर्न (ITR-U) के ज़रिए पिछले दो वर्षों का रिटर्न फाइल कर सकते हैं, कुछ जुर्माना देकर।

प्रश्न: ITR फाइल करते समय कौन-सी गलतियाँ नहीं करनी चाहिए?
उत्तर: गलत बैंक डिटेल, आय छुपाना, गलत फॉर्म का चुनाव, बिना ई-वेरिफिकेशन के छोड़ देना

प्रश्न: क्या फ्री में ITR फाइल किया जा सकता है?
उत्तर: हां, इनकम टैक्स पोर्टल पर बिल्कुल मुफ्त में फाइलिंग कर सकते हैं। साथ ही कई मोबाइल ऐप्स भी मुफ्त सुविधा देते हैं।

प्रश्न: ITR-V क्या होता है?
उत्तर: अगर आपने डिजिटल वेरिफिकेशन नहीं किया, तो ITR-V एक्नॉलेजमेंट फॉर्म को प्रिंट करके साइन कर के बेंगलुरु के CPC ऑफिस भेजना होता है।

प्रश्न: क्या NRI को ITR फाइल करना जरूरी है?
उत्तर: अगर भारत में उनकी टैक्सेबल इनकम है,
तो हां – और इसके लिए ITR-2 फॉर्म का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न: क्या ITR में संपत्ति और निवेश की जानकारी देनी होती है?
उत्तर: हां, खासकर अगर आप ITR-2 या ऊपर का फॉर्म भर रहे हैं
तो यह जानकारी देना ज़रूरी है।

प्रश्न: क्या किराये की आय को ITR में दिखाना जरूरी है?
उत्तर: हां, उसे 'Income from House Property' सेक्शन में दिखाना अनिवार्य है।

प्रश्न: क्या वरिष्ठ नागरिकों को भी ITR फाइल करना होता है?
उत्तर: हां, अगर उनकी टैक्स योग्य आय ₹3 लाख (60+) या ₹5 लाख (80+) से अधिक है, तो फाइल करना ज़रूरी है।

प्रश्न: क्या पेंशनधारकों को ITR फाइल करना होता है?
उत्तर: हां, पेंशन को वेतन की तरह माना जाता है,
और उस पर टैक्स बनता है। ITR-1 का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न: क्या ITR भरने के बाद उसे डाउनलोड कर सकते हैं?
उत्तर: हां, पोर्टल से पीडीएफ कॉपी डाउनलोड की जा सकती है
जो भविष्य में प्रमाण और रिकॉर्ड के रूप में काम आती है।

प्रश्न: ITR भरते समय गलती हो गई तो क्या करें?
उत्तर: 31 दिसंबर तक आप संशोधित रिटर्न फाइल कर सकते हैं
जिसमें आप पहले की गलती सुधार सकते हैं।

प्रश्न: ITR फाइल करने के बाद स्टेटस कैसे चेक करें?
उत्तर: पोर्टल पर लॉगिन करें "e-File" > "Income Tax Return" > "View Filed Returns" पर जाएँ, वहाँ से स्टेटस चेक कर सकते हैं।

प्रश्न: क्या ITR का स्टेटस SMS या ईमेल से भी आता है?
उत्तर: हां, जब आप ITR फाइल करते हैं, वेरिफिकेशन करते हैं या रिफंड जारी होता है, तब आयकर विभाग आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल पर जानकारी भेजता है।

प्रश्न: ITR भरने के लिए कौन सा मोबाइल ऐप है?
उत्तर:  “Income Tax India” नामक आधिकारिक ऐप Android और iOS दोनों पर उपलब्ध है, जिससे ITR फाइल करना सरल होता है।

प्रश्न: क्या एक वर्ष में एक से अधिक ITR फाइल कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, एक वित्त वर्ष में केवल एक मूल ITR फाइल किया जा सकता है। यदि गलती हो जाए तो संशोधित रिटर्न (Revised Return) फाइल किया जा सकता है।

प्रश्न: अगर किसी साल ITR नहीं फाइल किया तो क्या आगे समस्या हो सकती है?
उत्तर:  हां, भविष्य में लोन, वीज़ा या रिफंड क्लेम के लिए पिछले वर्षों की ITR की जरूरत पड़ सकती है। समय पर फाइल करना वित्तीय अनुशासन दिखाता है।

प्रश्न: क्या ITR भरने से क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है?
उत्तर: प्रत्यक्ष रूप से नहीं, लेकिन नियमित ITR फाइल करने से आपकी फाइनेंशियल स्थिरता का संकेत मिलता है, जिससे लोन मिलने में मदद मिलती है।

प्रश्न: ITR का acknowledgment क्या होता है?
उत्तर:  ITR-V यानी Acknowledgement फॉर्म रिटर्न फाइल करने के बाद मिलता है। यह रसीद होता है कि आपने ITR सफलतापूर्वक भरा है।

प्रश्न: यदि रिफंड में देरी हो रही हो तो क्या करें?
उत्तर: फॉर्म 26AS और बैंक डिटेल्स जांचें। पोर्टल पर रिफंड स्टेटस देखें। फिर भी समस्या हो तो आयकर विभाग की हेल्पलाइन या grievance पोर्टल पर शिकायत करें।

प्रश्न: क्या कृषि आय पर टैक्स लगता है?
उत्तर:  नहीं, भारत में कृषि आय टैक्स मुक्त होती है। परंतु यदि अन्य आय टैक्स योग्य सीमा से अधिक हो तो कुल आय में जोड़कर टैक्स गणना हो सकती है।

प्रश्न: क्या स्वयं-रोजगार (Self-employed) व्यक्ति ITR फाइल कर सकता है?
उत्तर:  हां, उन्हें ITR-3 या ITR-4 (Presumptive Taxation) का उपयोग करना होता है।

प्रश्न: क्या क्रिप्टो करेंसी या NFT की आय को ITR में दिखाना होता है?
उत्तर: हां, इनसे हुई आय को ‘Other Sources’ या ‘Capital Gains’ में दिखाना होता है। 30% टैक्स और 1% TDS लागू होता है।

प्रश्न: क्या संयुक्त खाता (Joint Account) को ITR में दिखाना होता है?
उत्तर: यदि उस खाते से कोई आय प्राप्त हो रही है तो संबंधित व्यक्ति को ITR में दिखाना चाहिए।

प्रश्न: क्या गोल्ड या ज्वेलरी की बिक्री से हुई आय टैक्स योग्य होती है?
उत्तर: हां, अगर 3 साल से अधिक समय रखा गया था तो Long Term Capital Gain टैक्स लगता है, अन्यथा Short Term Capital Gain

प्रश्न: क्या FD ब्याज को ITR में दिखाना जरूरी है?
उत्तर:  हां, फिक्स्ड डिपॉजिट से प्राप्त ब्याज टैक्स योग्य होता है और ‘Other Income’ में दर्शाना चाहिए।

प्रश्न: क्या टैक्स न लगने पर भी ITR भरने से लाभ है?
उत्तर: हां, इससे वित्तीय इतिहास बनता है, जो लोन, वीज़ा, स्कॉलरशिप, सब्सिडी आदि में उपयोगी होता है।

प्रश्न: क्या कैपिटल गेन पर छूट मिलती है?
उत्तर: हां, यदि आप लाभ की राशि को रियल एस्टेट या सेक्शन 54, 54EC, 54F में पुनर्निवेश करते हैं तो टैक्स छूट मिल सकती है।

प्रश्न: क्या UPI से भुगतान का विवरण ITR में देना होता है?
उत्तर: यदि लेन-देन का संबंध आपकी आय से है और वह उच्च राशि का है, तो हां। बैंक स्टेटमेंट से मिलान किया जा सकता है।

प्रश्न: क्या मृत व्यक्ति का ITR फाइल किया जा सकता है?
उत्तर: हां, उसके कानूनी उत्तराधिकारी उस वर्ष का ITR फाइल कर सकते हैं जिसमें मृत्यु हुई है।


ITR फाइल करना केवल कानूनी औपचारिकता नहीं, बल्कि आपकी आर्थिक ईमानदारी और विश्वसनीयता का प्रमाण है। चाहे आप वेतनभोगी हों, व्यापारी हों या छात्र — ये सभी प्रश्न आपके मन में उठने वाले सामान्य संदेहों को दूर करने में सहायक होंगे।


यह लेख केवल सामान्य जानकारी हेतु है। कृपया कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले योग्य टैक्स सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।


जानकारी का स्रोत: भारत सरकार का आयकर विभाग