भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टी-20 मैच सिडनी में हुआ। इस मैच में भारतीय युवा स्पिन गेंदबाज़ क्रुणाल पांड्या ने इतिहास रच दिया। इस मुकाबले में पांड्या ने चार विकेट लेकर एक ऐसा कमाल किया जो इससे पहले कोई भी खिलाड़ी नहीं कर सका था। क्रुणाल पांड्या का ये उनके टी-20 करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी रहा। पांड्या के इस प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित 20 ओवर में 164 रन ही बना सकी।
पांड्या ने रचा इतिहास
पांड्या ने इस मैच में अपने चार ओवर 36 रन देकर चार विकेट चटकाए। इसी के साथ वो ऑस्ट्रेलिया में टी-20 क्रिकेट में सबसे उम्दा प्रदर्शन करने वाले स्पिन गेंदबाज़ बन गए। इससे पहले कोई भी स्पिन गेंदबाज़ अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया में चार विकेट नहीं ले सका था। पांड्या की बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी बीच के ओवरों में फायदेमंद साबित हुई क्योंकि इससे पहले मेजबान टीम नौंवे ओवर तक बिना विकेट गंवाए 68 रन बना चुकी थी। पांड्या ने 36 रन देकर चार विकेट चटकाए। वह थोड़े खर्चीले भले ही साबित हुए हों, पर भारत ने उनकी बदौलत सही समय पर विकेट प्राप्त किए।
हैट्रिक से चूके पांड्या
ऑस्ट्रेलियाई पारी का 10वां ओवर फेंकने की जिम्मेदारी कोहली ने क्रुणाल पांड्या को दी। इस ओवर की पहली गेंद पर पांड्या ने 33 रन पर खेल रहे डार्सी शॉर्ट को LBW आउट कर दिया। इसके बाद अगली ही गेंद पर पांड्या ने मैक्डरमॉट को खाता तक खोलने का मौका नहीं दिया और उन्हें भी LBW आउट कर भारत को दो गेंदों में दो सफलता दिला दी। हालांकि उनके पास हैट्रिक लेने का शानदार मौका था, लेकिन अगली गेंद पर कैरी ने एक रन लेकर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पांड्या का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
पांड्या का ये छठा टी-20 मैच रहा इससे पहले खेले गए पांच टी-20 मैचों में उनके नाम सिर्फ दो ही विकेट थे। सिडनी में पांड्या का जादू ऐसा चला कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ उनकी फिरकी के जाल में फंसते चले गए। अब उनके नाम छह टी-20 मैचों में छह विकेट हो गए हैं।
पांड्या ने इन बल्लेबाज़ों का किया शिकार
पांड्या ने जिन चार बल्लेबाज़ों का शिकार किया उनमें 33 रन बनाने वाले डार्सी शॉर्ट, खाता तक न खोल पाने वाले मैक्डरमॉट, 13 रन बनाने वाले ग्लेन मैक्सवेल और फिर 27 रन बनाकर आउट होने वाले कैरी का विकेट शामिल रहा।
Source - Jagran