SBI में स्मॉल सेविंग अकाउंट खोलने से पहले इन 5 बातों पर दें ध्यान


भारतीय स्टेट बैंक कई सेविंग स्कीम की पेशकश करता है, जिसमें स्मॉल सेविंग अकाउंट भी शामिल है। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, SBI का स्मॉल सेविंग अकाउंट उन ग्राहकों के लिए हैं, जिनके पास केवाईसी दस्तावेज नहीं हैं। इस प्रकार के अकाउंट समाज के गरीब वर्गों के लिए हैं, जिन्हें बिना किसी चार्ज के सेविंग शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं केवाईसी दस्तावेज जमा करने पर, अकाउंट को सामान्य सेविंग अकाउंट में परिवर्तित किया जा सकता है। 18 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति ये अकाउंट खुलवा सकता है।

एसबीआई सेविंग अकाउंट के बारे में जानें ये 5 बातें:

न्यूतम बैलेंस: ग्राहकों को अकाउंट में न्यूनतम मासिक बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है। इस स्मॉल अकाउंट में अधिकतम 50 हजार रुपये बैलेंस रख सकते हैं। अगर अकाउंट में कुल राशि 50 हजार से ज्यादा या 1 साल में अकाउंट में कुल क्रेडिट 1 लाख रुपये पहुंच जाता है तो पूर्ण केवाईसी प्रक्रिया होने तक अन्य ट्रांजेक्शन करने की अनुमति नहीं है।

ब्याज: एसबीआई स्मॉल सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें सामान्य सेविंग अकाउंट के समान ही हैं। बैंक प्रति वर्ष 3.50 फीसद की ब्याज दर देता है।

ट्रांजेक्शन लिमिट: एक महीने में सभी निकासी और ट्रांसफर 10 हजार रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए। एक वित्त वर्ष के लिए 1 लाख रुपये तक की सीमा है।

एटीएम की सुविधा: स्मॉल अकाउंट होल्डर को बेसिक रूपे एटीएम-डेबिट कार्ड भी फ्री मिलता है, जिसके लिए कोई सालाना फीस भी नहीं है। NEFT/ RTGS जैसी इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के लिए भी कोई चार्ज नहीं है।

एटीएम नियम: एक महीने में अधिकतम 4 बार निकासी की जा सकती है, जिसमें एसबीआई और अन्य बैंक के एटीएम से निकासी शामिल हैं। इसी के साथ अकाउंट बंद करने पर भी कोई चार्ज नहीं देना होता है।

Source - Jagran