रहस्यमयी बाजार: 1 रुपये क‍िलो काजू-क‍िशम‍िश, अंडा 16 रुपये का एक


काजू और किशमिश एक रुपये प्रति किलो....जी हां, यह बिल्कुल सच है. ब‍िहार के एक स्कूल में सर्व श‍िक्षा अभ‍ियान के तहत जो एजेंसी सामान सप्लाई करती है, उसने यही रेट रखा है. वहीं 5 रुपये में म‍िलने वाला अंडा 16 रुपये का एक द‍िया जा रहा है. 800 रुपये क‍िलो का काजू एक रुपये किलो में सप्लाई क‍िया जा रहा है. लेक‍िन जब इस गोरखधंधे की आजतक की टीम ने पड़ताल की तो सामने चौंकाने वाली सच्चाई आई.

यह रहस्यमयी बाजार है सर्व शिक्षा अभियान का. ब‍िहार में मुज़फ्फरपुर के 16, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से एक एजेंसी आपूर्ति कर रही है. एजेंसी ने काजू एक रुपये किलो, किशमिश एक रुपये किलो, एक अंडा 16 रुपये, चना दाल 199 रुपये प्रति किलो, चना 199 रुपये प्रति किलो तो चना सत्तू 1 रुपये प्रति किलो का भाव रखा है.

लहसुन एक रुपये प्रति किलो तो छोटी इलायची भी एक रुपये प्रति किलो, चने का भूजा एक रुपये किलो. सामानों की दर की सस्ती और महंगी चीजों की लंबी फेहरिस्त है. इसका खुलासा तब हुआ जब राजेश कुमार नामक RTI एक्टिविस्ट ने सर्व शिक्षा अभियान से ब्यौरा मांगा.

दरअसल, आपूर्ति का यह ठेका सर्व शिक्षा अभियान के DPO की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने एक एजेंसी को दिया है. मुज़फ्फरपुर जिले के 16, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में यह एजेंसी अजीबोगरीब दर पर आपूर्ति कर रही है. एजेंसी ने उस सामान की कीमत एक रुपये तय कर दी है जिसकी आपूर्ति वह करती नहीं है और जिसकी आपूर्ति कर रही है उस समान की कीमत तीन गुनी कर लूट का खेल कर रही है. 

पापड़ 80 रुपये पैकेट, लाइफबॉय साबुन (100 ग्राम) 30 रुपये पीस, आलू-प्याज साल भर 31 रुपये किलो. ऐसे सामानों की लंबी फेहरिस्त है. इस काम के ल‍िए मुकुल मार्केटिंग, शेखपुर अखरघाट को विभाग ने चुना और मलाई खाना शुरू कर दिया. ऐसे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बोचहा और सर्व शिक्षा अभियान सह अध्यक्ष क्रय समिति ने किस परिस्थिति में इसकी स्वीकृति दी, सरकार को इसकी जांच करनी होगी, तभी भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी बेनकाब हो सकेंगे.

दरअसल, विभाग उस एजेंसी को आपूर्ति का ठेका देता है जो बाजार से कम कीमत पर आपूर्ति करती है. विभाग और एजेंसी मिल कर हर माह लाखों की कमाई कर रहे हैं. अब अधिकारी कहते है कि जांच होगी. 

Source - Aaj Tak