भारतीय मूल की डॉक्टर बनीं मिस इंग्लैंड, बुजुर्गों के लिए करती हैं ये काम


भारतीय मूल की भाषा मुखर्जी ने मिस इंग्लैंड 2019 का खिताब जीत लिया है. वह मॉडलिंग के अलावा बुजुर्गों के लिए सामाजिक संस्था भी चलाती हैं. आइए जानते हैं उनके बारे में. कैसे हासिल किया ये मुकाम....
भाषा मुखर्जी की उम्र 23 साल हैं और पेशे से डॉक्टर हैं. 






उनकी उम्र 23 साल हैं और पेशे से डॉक्टर हैं. नॉटिंघम यूनिवर्सिटी से भाषा मुखर्जी के पास मेडिकल में 2 अलग- अलग डिग्रियां हैं. एक डिग्री मेडिकल साइंस में है और दूसरी मेडिसिन एंड सर्जरी में. 




उनका IQ लेवल 146 है. वह ब्यूटी विद ब्रेन हैं. वह पांच अलग-अलग भाषाएं पढ़ और बोल सकती हैं. 


कैसे शुरू हुआ मॉडलिंग का सफर 

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भाषा का मॉडलिंग करियर उस दौरान शुरू हुआ जब वह अपनी मेडिकल की पढ़ाई के बीच में थी. 



उन्होंने बताया मॉडलिंग के लिए खुद को बहुत समझाना पड़ा था, लेकिन आखिरकार मैंने फैसला लिया. उस दौरान मुझे पढ़ाई और मॉडलिंग दोनों में बैलेंस बनाना पड़ा था. 

बुजुर्गों के लिए करती हैं ये खास काम 

भाषा 2013 से 'जनरेशन ब्रिज प्रोजेक्ट' नाम से अपनी सामाजिक संस्था भी चलाती हैं. जो अकेलेपन से जूझ रहे बुजुर्गों की मदद करता है.




मिस इंग्लैंड प्रतियोगिता के निदेशक एंजी बेस्ले ने कहा- भाषा एक मेहनती लड़की हैं. जिसने अपनी मेहनत के दम पर इतनी कम उम्र में इतना कुछ हासिल कर लिया है. 

Source - Aaj Tak