दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार से विशाखापत्तनम में शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में भारतीय टीम खास उम्मीद के साथ मैदान पर उतरेगी. टीम यह उम्मीद लगाए बैठी है कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर खुद को स्थापित करने में कामयाब होंगे. मैच सुबह नौ बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा.
दूसरी तरफ, भारतीय टीम घरेलू सरजमीं पर रिकॉर्ड लगातार 11वीं टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी. यह सीरीज तीन टेस्ट मैचों की है. टीम इंडिया अपनी धरती पर फरवरी 2013 से लगातार टेस्ट सीरीज जीत रही है. फिलहाल भारत और ऑस्ट्रेलिया लगातार 10-10 टेस्ट घरेलू सीरीज जीतकर बराबरी पर हैं. ऑस्ट्रेलिया ने दो बार (नवंबर 1994 से नवंबर 2000 और जुलाई 2004 से नवंबर 2008) अपनी धरती पर लगातार 10-10 टेस्ट सीरीज जीती है.
नजरें रोहित पर- कितना सफल हो पाएंगे?
टेस्ट सीरीज से पहले रोहित को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने के प्रयोग से वांछित नतीजे नहीं मिले और सीरीज से पहले दक्षिण अफ्रीका के एकमात्र अभ्यास मैच में पारी का आगाज करते हुए वह खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए.
रोहित के बेहतरीन फॉर्म को देखते हुए युवराज सिंह सहित कई पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि मुंबई के इस बल्लेबाज को सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए और उन्हें टेस्ट सलामी बल्लेबाज के रूप में अधिक मौके मिलने चाहिए.
रोहित-मयंक बना पाएंगे स्थिर जोड़ी ?
वेस्टइंडीज दौरे पर रोहित को दो टेस्ट की सीरीज के दौरान मध्यक्रम में जगह नहीं मिली, लेकिन खराब फॉर्म के कारण लोकेश राहुल को बाहर किए जाने के कारण भारत को उम्मीद होगी कि मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर रोहित शीर्ष पर स्थिर जोड़ी बनाएंगे.
पहले टेस्ट से पूर्व नेट सत्र के दौरान सभी की नजरें रोहित पर टिकी थीं, जो मौके का फायदा उठाने और अपने टेस्ट रिकॉर्ड में सुधार के लिए प्रतिबद्ध दिखे. रोहित ने अब तक 27 टेस्ट में 39.62 की औसत से 1585 रन बनाए हैं, जबकि सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनके नाम पर 10,000 से अधिक रन दर्ज हैं.
फिट होने के बाद ऋद्धिमान साहा ऋषभ पंत की जगह लेने में कामयाब रहे. भारतीय टीम इस मैच में दो तेज गेंदबाजों और इतने ही स्पिनरों के साथ उतरगी. विकेट से टर्न मिलता है, तो हनुमा विहारी तीसरे स्पिनर की भूमिका निभाएंगे. जसप्रीत बुमराह का बाहर होना भारत के लिए बड़ा झटका है, लेकिन ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की जोड़ी उनकी गैरमौजूदगी में भी पूरी तरह से सक्षम है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम एकादश में रवींद्र जडेजा के रूप में एकमात्र स्पिनर को टीम में जगह मिली थी और अब रविचंद्रन अश्विन के साथ उनकी स्पिन की जोड़ी बनी है.
कुछ नए खिलाड़ियों के साथ आई है अफ्रीकी टीम
दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत दौरे पर कुछ नए खिलाड़ियों को साथ आई है और उसके खिलाफ मेजबान टीम को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. कप्तान फाफ डु प्लेसिस सहित मौजूदा टीम के सिर्फ पांच खिलाड़ी पिछली बार भारत दौरे पर आई टीम का हिस्सा थे, जिसे तब टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
दक्षिण अफ्रीका को काफी लोग सीरीज में जीत का दावेदार नहीं मान रहे, विशेषकर अगर गेंद टर्न लेने लगे तब. एडन मार्करम और टेंबा बावूमा ने अभ्यास मैच में उम्दा पारियां खेलीं और इससे मैच से पूर्व उनका आत्मविश्वास बढ़ा होगा.
बादल छाए रहे, तो टीम इंडिया को होगा नुकसान
कैगिसो रबााडा, वर्नोन फिलेंडर और लुंगी नगिदी की तेज गेंदबाजी तिकड़ी भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है, विशेषकर मैच के पांचों दिन बादल छाए रहने और बारिश की भविष्यवाणी के कारण. और उसे दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजी आक्रमण से बचना होगा.
टीम इंडिया: प्लेइंग इलेवन
विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, मो. शमी.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), टेम्बा बावूमा, थ्युनिस डि ब्रुयिन, क्विंटन डि कॉक, डीन एल्गर, जुबैर हमजा, केशव महाराज, एडन मार्करम, सेनुरन मुथुसामी, लुंगी नगिदी, एरिक नॉर्टजे, वर्नोन फिलेंडर, डेन पीट, कैगिसो रबाडा और रूडी सेकेंड.
Source - Aaj Tak