पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के परिवारवालों ने उनके निधन के बाद मिलने वाली पेंशन लेने से मना कर दिया है. जेटली की पत्नी संगीता जेटली ने इस मामले को लेकर उपराष्ट्रपति एम वेंकया नायडू को चिट्ठी लिखी है. इसमें संगीता ने लिखा है कि जेटली की पेंशन राज्यसभा के कम सैलरी वाले कर्मचारियों को दी जा सकती है. क्योंकि उन्हें इसकी ज्यादा आवश्यकता है.
अरुण जेटली के परिवार को कितना पेंशन मिलती है?
नियमों के मुताबिक पूर्व सांसद को कम से कम 20,000 रुपए प्रति माह पेंशन और हर साल 1,500 रुपए प्रति माह अतिरिक्त पेंशन मिलना होता है. ऐसा पांच साल और उससे ज्यादा वक्त तक सांसद रहने के लिए दी जाती है. जेटली 1999 से राज्यसभा के सदस्य थे, जिसके कारण उन्हें प्रति माह 22,500 रुपए अतिरिक्त मिलते थे. ऐसे में उनकी पेंशन करीब 50,000 रुपए प्रति माह होती.
मृत सांसद या पूर्व सांसद के आश्रित को पेंशन का 50 फीसद मिलता है. इसका मतलब यह है कि जेटली के परिवार को करीब 25,000 रुपए मासिक और करीब 3 लाख रुपए सालाना पेंशन मिलनी थी.
पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का निधन लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त को दिल्ली में हो गया था. वह 67 साल के थे. उन्होंने 2019 में बीजेपी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी कि उन्हें केबिनेट में न शामिल किया जाए. ऐसा उन्होंने बीमार रहने की वजह से ही किया था.
Source - Aaj Tak