गोल-मटोल दिखने वाले कोहली ऐसे बने फिटनेस आइकॉन, ऐसे बदली जिंदगी



अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण करने के बाद से ही विराट कोहली भारतीय बल्लेबाजी का अहम हिस्सा हैं. भारत के लिए 2008 में पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते समय कोहली गोल-मटोल चेहरे वाले एक युवा खिलाड़ी थे, लेकिन अब वह दुनिया से सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक हैं और सभी उनके बदलाव को देख सकते हैं.


विराट कोहली आज (5 नवंबर) 31 साल के हो गए. विराट कोहली न केवल फिट हुए हैं, बल्कि टीम के अंदर भी फिटनेस कल्चर ले आए हैं और अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं. उन्होंने पिछले साल शाकाहारी बनने का निर्णय लिया था.


विराट कोहली फिटनेस को लेकर बेहद सख्त रवैया अपनाते हैं. कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्ड्स का अंबार लगा रहे हैं. कोहली बॉउंड्री से ज्यादा दौड़ कर रन लेने पर काफी जोर दे रहे हैं. जिसकी वजह से वह दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज हैं.


अपनी फिटनेस के लिए कोहली ने नॉनवेज खाना छोड़ दिया. रन मशीन कोहली नॉन वेज छोड़ कर साग सब्जियां अधिक से अधिक खा रहे हैं. अब कोहली अपने खाने में प्रोटीन शेक, सब्जियां और सोया का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं अंडा, मांस और डेयरी प्रॉडक्ट से उन्होंने दूरी बना ली है.



कोहली का मानना है कि नॉन वेज छोड़ने के बाद उनका खेल पहले से ज्यादा बेहतर हुआ. उनकी पाचन शक्ति मजबूत हुई.


कोहली से पहले दुनिया के कई शीर्ष खिलाड़ियों ने नॉन वेज खाना छोड़ा है. इनमें टेनिस स्टार वीनस विलियम्स और उनकी बहन सेरेना विलियम्स, फुटबॉलर लियोनल मेसी के साथ-साथ फॉर्मूला वन चैंपियन लुईस हैमिल्टन प्रमुख हैं.


कोहली ने टीम इंडिया में फिटनेस की अवधारणा को ही बदल डाला है. कैप्टन विराट ने सिर्फ खुद को, बल्कि पूरी टीम को चुस्त देखना चाहते हैं. विराट न सिर्फ बेहतरीन बल्लेबाज है, बल्कि एक चैम्पियन एथलीट भी हैं, जो चीते जैसा शक्तिशाली है.


विराट भी कह चुके हैं, 'मुझे ऐसा महसूस हुआ था कि अगर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बनने की होड़ में शामिल होने के लिए टॉप क्लास एथलीट भी बनना पड़ेगा.'


विराट के कोच राजकुमार शर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि विराट कभी कबाब, बिरयानी और खीर पर टूट पड़ते थे. लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है.


विराट खुद भी कह चुके हैं. मैं एक पंजाबी ब्वॉय हूं, जो आम तौर पर बटर चिकन पसंद करता था. लेकिन नियंत्रित आहार (डाइट) के शुरुआती दिन मेरे लिए आसान नहीं थे. अब तो डाइट जीवन का आधार बन चुका है. वजन उठाने से लेकर अन्य एक्सरसाइज करते हुए जिम में घंटों समय बिताता हूं.

Source - Aaj Tak