बेहतर भविष्य के लिए बच्चे को बनाएं अकाउंट होल्डर


जन्म से ही शुरू करें 

बच्चे के जन्म के साथ ही उसका सेविंग्स अकाउंट खोलिए. बहुत से बैंकों में एक दिन की उम्र से लेकर 17 साल तक के बच्चों के लिए प्लान्स हैं. 
आप चाहें, तो सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) भी शुरू कर सकते हैं. 
इसके अलावा रिकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट शुरू करना एक अच्छा ऑप्शन है. 
बच्चे के नाम से अकाउंट व इन्वेस्टमेंट होने से जो सबसे अच्छी बात होगी, वो यह कि बच्चे को बचपन से ही बैंकिंग की जानकारी होगी, जो आजकल बेहद ज़रूरी हो गई है. 

बच्चों के लिए बेस्ट प्लान्स

बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनके नाम से इन्वेस्टमेंट करना सबसे बेस्ट ऑप्शन है. कई बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए लुभावने चाइल्ड प्लान्स भी लेकर आए हैं. साथ ही कई सरकारी योजनाएं भी हैं, जो आपके बच्चे की उच्च शिक्षा के साथ-साथ उसकी शादी में भी मददगार साबित होंगी.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ)

आपको शायद पता न हो, पर आपके नन्हें-मुन्ने के लिए यह एक बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान है. ज़्यादातर लोगों को यही लगता है कि यह नौकरी करनेवालों के लिए है, जबकि आप अपने बच्चे के नाम से भी पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं. 
यह 15 साल का प्लान है, जिसमें आप अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बड़ी रक़म जमा कर सकते हैं. 
आमतौर पर बैंक आपको 7.5% ब्याज देते हैं, जबकि यहां आपको 8% ब्याज मिलता है, जो हर तरह से लोगों को आकर्षित करता है. 
इसका टैक्स फ्री होना भी आपके लिए फ़ायदेमंद है. 
इतना ही नहीं, इन्कम टैक्स में आपको डेढ़ लाख तक की छूट भी मिलती है. 

सुकन्या समृद्धि योजना

पीपीएफ के बाद दूसरा बेस्ट प्लान है यह, लेकिन यह स़िर्फ लड़कियों के लिए है. इसकी भी सबसे बड़ी ख़ासियत यही है कि इस पर ब्याज बैंक की योजनाओं से कहीं ज़्यादा है. 
21 साल के इस प्लान में आप अपनी बेटी के नाम से सालाना 250 से लेकर डेढ़ लाख तक की रक़म जमा कर सकते हैं. 
हाल ही में इसकी न्यूनतम राशि घटाकर 250 रुपए कर दी गई है, जो पहले 1000 रुपए थी. 
टैक्स फ्री होना और इन्कम टैक्स में छूट इसकी अन्य ख़ूबियों में शामिल है. 

म्यूच्युअल फंड एसआईपी

इसमें आप रोज़ाना, मासिक या पाक्षिक तौर पर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए यहां पैसों का इन्वेस्टमेंट एक बेहतरीन ऑप्शन है, पर थोड़ा रिस्क भी शामिल है. 
म्यूच्युअल फंड कंपनियां मार्केट में आपके पैसे को लगाकर आपको सालाना 10-15% तक अच्छा रिटर्न देती हैं. 
10 साल की अवधिवाला यह प्लान बच्चों की पढ़ाई और प्रोफेशनल कोर्स के लिए सही चॉइस है. 
म्यूच्युअल फंड में बच्चों के लिहाज़ से भी कई सुविधाएं दी गई हैं, जिनका आप लाभ उठा सकते हैं. 

रिकरिंग डिपॉज़िट्स और फिक्स्ड डिपॉज़िट्स

बच्चों के लिए ये भी सेफ और रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स हैं. इन दोनों ही प्लान्स में आपको फिक्स्ड रिटर्न्स मिलते हैं, वो भी ज़ीरो रिस्क के साथ. 
एफडी में जहां वन टाइम डिपॉज़िट होता है, वहीं आरडी में आपको नियमित रूप से एक तय समय सीमा में पैसे जमा करने पड़ते हैं. 
एफडी पर मिलनेवाला ब्याज आरडी से ज़्यादा है. जहां एफडी पर आपको सालाना 5.25 से 7.9% तक मिलता है, वहीं आरडी पर 5 से 7% तक ब्याज मिलता है. 

चाइल्ड इन्वेस्टमेंट प्लान्स

आज शायद ही कोई बैंक या फाइनेंशियल एजेंसी हो, जिनका अपना चाइल्ड प्लान न हो. ग्राहकों को लुभाने के लिए ये सभी एक से बढ़कर एक चाइल्ड प्लान्स लेकर आए हैं. आइए, देखें कुछ ऐसे ही प्लान्स

आईसीआईसीआई प्रू स्मार्ट किड्स रेग्युलर प्रीमियम 
यह एक रेग्युलर प्रीमियम प्लान है, जिसमें बच्चे को गारंटीड एजुकेशनल बेनीफिट्स भी मिलते हैं. 
अगर मैच्योरिटी से पहले पैरेंट्स को कुछ हो जाता है, तो कंपनी वह इंश्योर्ड रक़म एकमुश्त में देती है. 
इसमें इन्कम और एक्सीडेंट बेनीफिट भी शामिल हैं. 
इसमें समय से पहले रक़म निकालने की सुविधा भी है. 

एलआईसी न्यू चिल्ड्रेन्स मनी बैक प्लान 
यह एक मनी बैक प्लान है, जिसमें बच्चे के एजुकेशनल, मैरिज बेनीफिट्स के साथ-साथ सर्वाइवल बेनीफिट्स भी शामिल हैं. 
अगर आप चाहें, तो मैच्योरिटी पर अतिरिक्त प्रीमियम भरकर इसे अपनी सुविधानुसार 18-55 साल के लिए बढ़ा भी सकते हैं. 
इसके अलावा इसमें डेथ बेनीफिट भी शामिल है. 

एलआईसी चाइल्ड करियर प्लान 
यह प्लान ख़ासतौर से बढ़ते बच्चों की शिक्षा और अन्य ज़रूरतों को समझते हुए बनाया गया है. 
इसमें इन्स्टॉलमेंट में पैसे मिलते रहते हैं, पर बड़ी रक़म बच्चे के 18 साल पूरे होने पर ही मिलती है. 
प्रीमियम वार्षिक, अर्द्ध वार्षिक और पाक्षिक तौर पर जमा कर सकते हैं. 
इसे 5 या 6 साल के लिए भी कर सकते हैं. 

एसबीआई लाइफ के प्लान्स 
एसबीआई लाइफ के स्मार्ट स्कॉलर और स्मार्ट चैंप इंश्योरेंस प्लान्स भी हैं. जहां स्मार्ट स्कॉलर एक यूलिप प्लान है, वहीं स्मार्ट चैंप इंश्योरेंस प्लान है. 
एक दिन की उम्र से लेकर 17 साल तक के बच्चे के नाम पर ये प्लान ले सकते हैं. 
जहां इंश्योरेंस प्लान में बच्चे के 18 साल के होने पर चार किश्तों में रक़म मिलती है, वहीं स्मार्ट स्कॉलर में जमा रक़म एकमुश्त मिलती है. 

नोट: किसी भी प्लान के ब्याज नियम बदलते रहते हैं, इसलिए प्लान लेने से पहले योजना से जुड़ी सभी ज़रूरी बातें समझ लें.

Source - Meri Saheli