भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टी-20 मैच ब्रिसबेन में खेला जाएगा। अब से कुछ ही देर बाद ये मुकाबला शुरू होगा और इसी के साथ आगाज़ होगा टीम इंडिया की अग्निपरीक्षा का। भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा हमेशा ही चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन इस बार हालात थोड़े अलग हैं। ऑस्ट्रेलिया की टीम मैदान के अंदर और बाहर ही मुश्किलों से जूझ रही है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पास कंगारूओं को उनके घर में शिकस्त देने का मौका है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टी-20 मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 1.20 पर शुरू होगा।
शानदार फॉर्म में है कोहली एंड कंपनी
मेहमान टीम नवंबर 2017 से अपनी सभी सात टी-20 सीरीज जीती है और वह पिछली बार जुलाई 2017 में वेस्टइंडीज से टी-20 सीरीज हारी थी। यह बताने की जरूरत नहीं है कि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार 3-0 से टी-20 सीरीज जीती थी। ऐसे में उसका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ होगा और भारतीय टीम चाहेगी कि वह इस दौरे की शुरुआत में ही अच्छी छाप छोड़े।
जारी है ऑस्ट्रेलिया की हार का सिलसिला
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की अनुपस्थिति में जरूर ऑस्ट्रेलिया टीम कमजोर होगी। जब से इन दोनों पर प्रतिबंध लगा है तब से यानी मार्च से ऑस्ट्रेलियाई टीम एक भी टी-20 सीरीज नहीं जीत पाई है। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टी-20 मुकाबले में शिकस्त मिली। इसके बाद जिंबाब्वे में हुई त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के फाइनल में पाकिस्तान ने उन्हें शिकस्त दी थी। इसके बाद वह यूएई में हुई तीन टी-20 मैचों की सीरीज में पाकिस्तान से 0-3 से हारी। शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए एक मात्र टी-20 मुकाबले में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यह साफ है कि इन दोनों बल्लेबाजों के बिना ऑस्ट्रेलियाई टीम घर हो या बाहर जीतने में असफल रही है।
कोहली पर रहेंगी सभी की निगाहें
विराट कोहली जब भी यहां आते हैं उन पर ही सभी की निगाहें होती हैं। शुरुआती दौरों पर विराट कभी भी ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों के पसंदीदा खिलाड़ी नहीं रहे, लेकिन 2014 से उनकी बल्लेबाजी एक अलग मुकाम पर है। 2016 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 3-0 से हराने में कोहली ने अहम भूमिका निभाई थी। कोहली ने तीन मैचों में 199 रन जड़े थे।
कौन बैठेगा बाहर?
इंग्लैंड में देखा जाए तो कोहली ने खुद को नंबर चार पर उतारा था और आइपीएल में केएल राहुल की फॉर्म को देखते हुए उन्हें नंबर तीन पर खेलने का मौका दिया गया था। राहुल की हालिया फॉर्म कुछ सही नहीं नहीं है। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई टी-20 सीरीज में वह 16, नाबाद 26 और 17 रन ही बना सके हैं। दिनेश कार्तिक और रिषभ पंत दोनों ने केएल राहुल से ज्यादा आक्रामक रुख टी-20 क्रिकेट में दिखाया है।
यह तय हो गया है कि पंत ही विकेट के पीछे कमान संभालेंगे। अभ्यास सत्र में उन्हें रवि शास्त्री के निर्देशन में विकेटकीपिंग का अभ्यास करते देखा गया, वहीं कार्तिक ने सिर्फ क्षेत्ररक्षण का ही अभ्यास किया। भारत के लिए चिंता का विषय हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में सही गेंदबाजी आक्रमण उतारना होगा।
गाबा के असीमित उछाल को देखते हुए तीनों तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और खलील अहमद का खेलना तय है। स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल दोनों को ही अंतिम-12 में जगह दी गई है। अब देखना होगा कि यह दोनों एक साथ बुधवार को खेलते हैं या नहीं। क्रुणाल पांड्या ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑलराउंडर की भूमिका निभाई थी। ऐसे में टीम प्रबंधन उन्हें एक बार फिर यह जिम्मेदारी दे सकता है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरने वाली ऑस्टेलियाई टीम स्पिनर को खिलाने पर विचार कर सकती है। ऑस्ट्रेलिया आक्रमक क्रिकेट खेलकर मेहमानों की इस दौरे की रणनीति को पलटना चाहेगा। हालांकि, यह साफ है कि खेल के तीनों भागों में भारतीय टीम, ऑस्ट्रेलिया से काफी बेहतर है।
Source - Jagran